एम्स ऋषिकेश में करोड़ों का घोटाला , सीबीआई एक्शन में, अधिकारियों पर छापेमारी

सी बी आई ने एम्स, ऋषिकेश के परिसर में सड़क साफ करने वाली  मशीन (Road Sweeping  Machine)  की खरीद/प्राप्ति और दवा की दुकान को  स्थापित करने हेतु  निविदाओं के आवंटन में   अनियमितता  बरतने के आरोप पर एम्स, ऋषिकेशके तत्कालीन एडिशनल प्रोफेसर्स, तत्कालीन असिस्टेंट प्रोफेसर, तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी, तत्कालीन लेखा अधिकारी; नई दिल्ली स्थित निजी फर्म के मालिक; निजी व्यक्तियों; दिल्ली स्थित निजी फर्म एवं अन्य अज्ञातों सहित आरोपियों के विरुद्ध दो अलग अलग मामले दर्ज किए।

आगे यह आरोप है कि आरोपी लोक सेवकों ने  निविदा प्रक्रियाओं के संदर्भ में भारत सरकार के दिशा निर्देशों का घोर उल्लंघन किया, फर्जी आधार पर नामचीन बोलीकर्ताओं को बेईमानी से बाहर किया और महत्वहीन फ़र्मों को अनुमति दी, जिसने प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए अपने निविदा दस्तावेजों में तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की। यह भी आरोप है कि आरोपियों ने इन निविदाओं में उत्पादक संघ के गठन (Cartel formation) के अस्तित्व को जानबूझकर नजरअंदाज किया इसके पश्चात, आरोपियों ने कथित तौर पर अपराध के महत्वपूर्ण सबूतों को गायब कर दिया। इस तरह से एम्स को सड़क साफ करने वाली  मशीन की खरीद में 2.41 करोड़ रु.(लगभग) और दवा की दुकान को स्थापित करने हेतु निविदा के आवंटन में 2 करोड़ रु. (लगभग) की  कथित हानि हुई।

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