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पोखरी में कोरम का संकट: 73 में 57 प्रधान फिलहाल किसी काम के नहीं

पोखरी, 27 अगस्त। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के परिणाम घोषित हुए 26 दिन बीत चुके हैं, लेकिन विकास खंड पोखरी की 73 ग्राम पंचायतों में से अब तक केवल 16 ग्राम पंचायतों का ही गठन हो पाया है। कोरम पूरा न होने के कारण शेष 57 पंचायतों का गठन फिलहाल लंबित है।

शनिवार को पोखरी ब्लॉक की पांचों न्याय पंचायतों में शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमें कोरम पूरा होने के चलते केवल 16 ग्राम पंचायतों के प्रधानों और वार्ड सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जा सकी।

न्याय पंचायतवार शपथ ग्रहण

किमोठा न्याय पंचायत:
श्रीगढ़ ग्राम पंचायत की प्रधान कल्पना देवी और उनके वार्ड सदस्यों को एडीओ (कृषि) राजेश चमियाल ने शपथ दिलाई।

पोखरी न्याय पंचायत:
तमुड़ी ग्राम पंचायत की प्रधान सुनीता देवी एवं वार्ड सदस्यों को सहायक खंड विकास अधिकारी देवेन्द्र खण्डूरी ने शपथ ग्रहण करवाई।

थालाबैड़ न्याय पंचायत:

  • सटियाना ग्राम पंचायत – प्रधान जय प्रकाश डिमरी
  • पोगठा ग्राम पंचायत – प्रधान रेशमा देवी
  • खन्नी ग्राम पंचायत – प्रधान लता देवी

इन सभी को एवं उनके सदस्यों को उद्यान निरीक्षक मनोज पुडीर ने शपथ दिलाई।

 

गिरसा न्याय पंचायत (जिलासू केंद्र):
सिवाई, पनाई, कांडई, सैलडुगरा, झिलोटी, ऐरास, गिरसा और शरणा ग्राम पंचायतों के प्रधानों व वार्ड सदस्यों को एडीओ (समाज कल्याण) देवेन्द्र सिंह पंवार ने शपथ दिलाई।

बमोथ न्याय पंचायत:
बमोथ, काडा, रानो और तोली ग्राम पंचायतों के प्रधानों एवं वार्ड सदस्यों को वरिष्ठ उद्यान निरीक्षक इन्द्रजीत लाल टम्टा ने शपथ ग्रहण करवाई।

बीडीओ का संदेश

इस अवसर पर कार्यवाहक खंड विकास अधिकारी राजेन्द्र सिंह विष्ट ने नव निर्वाचित प्रधानों और वार्ड सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने ग्राम पंचायतों को विकास की ठोस योजनाएं बनाने और उनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सक्रिय होने का आह्वान किया।कार्यक्रम में सहायक खंड विकास अधिकारी देवेन्द्र खण्डूरी, ग्राम पंचायत अधिकारी देवेन्द्र बुटोला और ब्लॉक कार्यालय के अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

पोखरी विकासखंड की विडंबना

इस विकासखंड में वैसे ही स्थायी बीडीओ नहीं है। अस्थायी बीडीओ ट्रांसफर होने पर भी पद खाली नही कर रहा है। जब कामचलाऊ बीडीओ हटेगा तभी कोई नया बीडीओ आएगा।
ब्लॉक में पंचायत चुनाव तो हुए मगर अधिकांश पंचायत सदस्य पद पर लोगों ने चुनाव ही नही लड़ा । आज हालत यह है की 57 पंचायतों  सहित कुल 73 पंचायतों में. प्रधान तो चुन लिए गये लेकिन प्रत्येक पंचायत में कम से कम 5 सदस्य न चुने जाने के कारण कोरम पूरा नही हुआ और  57 पंचायतें अटक गयीं। जब तक इन पंचायतों में सदस्यों के लिए दुबारा चुनाव नहीं होता तब तक निर्वाचित प्रधानों का कोई महत्व नही है। बिना बस्ते के प्रधान को कोई महत्व नहीं है।

📌 के  मुख्य बिंदु:

पोखरी ब्लॉक की 73 पंचायतों में से केवल 16 का गठन हो पाया।

कोरम पूरा न होने के कारण 57 पंचायतें अभी भी लंबित।

न्याय पंचायत स्तर पर शपथ ग्रहण समारोह आयोजित।

 

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