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आसमानी आफत ; अगले तीन दिन तक भी उत्तराखंड में हालात सुधरने वाले नहीं !

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए
आपदा प्रभावितों से भावनात्मक जुड़ाव भी जरूरी : धामी

By-Usha Rawat

देहरादून, 31 अगस्त। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौसम विभाग द्वारा अगले कुछ दिनों के लिए प्रदेश के कई जनपदों में जारी रेड और ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए शासन और जिलास्तरीय अधिकारियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने तथा 24×7 अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अत्यधिक वर्षा से राज्य लगातार चुनौतियों का सामना कर रहा है और मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले कुछ दिन और कठिन हो सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को नागरिकों की सुरक्षा के लिए समुचित कदम उठाने, भूस्खलन संभावित मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतने और मैदानी क्षेत्रों में जलभराव की आशंका को देखते हुए सभी एहतियाती इंतजाम करने के निर्देश दिए।

उन्होंने सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन को राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से हालात पर सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए। रविवार को मुख्यमंत्री ने शासन और जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आपदा से बेघर हुए लोगों के पुनर्वास के लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है। दोनों मंडलायुक्तों को निर्देशित किया गया कि प्रभावितों के शीघ्र पुनर्वास के लिए विकल्प तलाशे जाएं, जिसमें मैदानी जनपदों में पुनर्वास के विकल्प भी शामिल हों।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कठिन समय में प्रभावितों की पीड़ा को गहराई से समझते हुए उन्हें केवल आर्थिक सहायता ही नहीं, बल्कि भावनात्मक सहयोग भी दिया जाए। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि प्रभावितों के दुख को अपना दुख मानकर उनके जीवन को सामान्य बनाने के लिए पूरी निष्ठा से काम करें।

उन्होंने निर्देश दिए कि जिलों के अधिकारी फील्ड में मौजूद रहें और राहत-बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर संचालित करें। साथ ही अधिकारियों से अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखने की अपील की। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में इस बैठक में सचिव गृह शैलेश बगौली, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन, अपर सचिव आनंद स्वरूप, एससीईओ क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, जेसीईओ मो. ओबैदुल्लाह अंसारी, हेमंत बिष्ट, रोहित कुमार आदि मौजूद रहे। प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव लोनिवि पंकज कुमार पांडेय, सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार, मंडलायुक्त विनय शंकर पांडेय और दीपक रावत वर्चुअल माध्यम से जुड़े।

तमक में बैली ब्रिज निर्माण के निर्देश

देहरादून। मुख्यमंत्री ने ज्योतिर्मठ-मलारी नेशनल हाईवे पर तमक नाले में बह चुके पुल को लेकर बीआरओ अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह पुल राज्य और देश दोनों के लिए सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए यहां जल्द से जल्द बैली ब्रिज बनाकर यातायात बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि बीआरओ को राज्य सरकार की किसी भी सहायता की आवश्यकता होने पर तत्काल मदद उपलब्ध कराई जाएगी। लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज कुमार पांडेय को बीआरओ अधिकारियों के साथ सतत संपर्क में रहने के निर्देश दिए।

गंगोत्री हाइवे को सुरक्षित बनाने पर जोर

देहरादून। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा प्रारंभ होने से पहले गंगोत्री हाइवे को सुरक्षित और सुगम बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित बनाना प्राथमिकता है। बरसात समाप्त होते ही सभी सड़कों पर पेचवर्क और नई सड़क निर्माण का कार्य तत्काल शुरू किया जाए। उन्होंने टेंडर सहित सभी औपचारिकताएं पहले ही पूरी करने के निर्देश दिए।

हर्षिल और स्यानाचट्टी में रिवर चैनलाइजेशन जरूरी

देहरादून। मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी के हर्षिल और स्यानाचट्टी में बनी झीलों की स्थिति और जलनिकासी की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि स्यानाचट्टी झील के जलस्तर में पुनः वृद्धि की सूचना है, इसलिए वहां 24×7 निगरानी रखी जाए और राहत-बचाव दल तैनात रहें। पुल को खतरा न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। जिलाधिकारी को निर्देशित किया गया कि झील का जलस्तर कम करने और अधिक जलनिकासी के उपाय किए जाएं तथा प्रभावित लोगों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर्षिल और स्यानाचट्टी में जमा मलबा हटाना जरूरी है। सुरक्षित स्थानों पर मलबा डंप करने के लिए साइट्स तैयार की जाएं और इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा जाए।

नदियों के जलस्तर पर रात में भी नजर रखने के निर्देश

देहरादून। मुख्यमंत्री ने आगामी दिनों में पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में नदियों के जलस्तर पर रात्रि में भी विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को समय पर सचेत किया जाए और खतरे की आशंका होने पर तुरंत सुरक्षात्मक कदम उठाए जाएं।

1 सितंबर को चार जिलों के लिए रेड अलर्ट

देहरादून। मौसम विभाग के अनुसार 1 सितंबर को देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार जनपदों में कहीं-कहीं अत्यंत भारी वर्षा के साथ गर्जन-तड़ित और बिजली गिरने की आशंका है (रेड अलर्ट)। अन्य जनपदों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट)।
2 सितंबर को देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और बागेश्वर जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान है (ऑरेंज अलर्ट)।

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