ग्रामीणों में मनाया प्रदूषण मुक्त नंदा लोकजात और बुग्याल संरक्षण उत्सव

गोपेश्वर, 4 अगस्त ( एमएस गुसाईं) नन्दा लोकजात और बुग्याल संरक्षण हेतु इस वर्ष दशोली और चमोली के 12 गांवों के लोगों ने प्लास्टिक और प्रदूषण मुक्त नन्दा जात उत्सव मनाया। नंदा लोकजात उत्सव क्षेत्र का सदियों से चला आ रहा लोकोत्सव है और ग्रामीण इसमें बढ़ चढ़ कर भागीदारी करते हैं। लोकजात यात्रा में कई बार प्लास्टिक कूड़ा और अन्य वस्तुएं बुग्यालों में छूट जाती हैं, इसलिए इस बार नंदा लोकजात को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प लिया गया और उसे पूरा भी किया गया। लोकजात में शामिल लोग बुग्यालों से कूड़ा बटोर कर लाए और उसका निस्तारण किया गया।
इस उत्सव को सफल बनाने में नन्दी कुण्ड लोक जात समिति, ग्राम्य शिक्षण पर्यावरण संस्था, महिला मंगल दल स्यूंण, महिला मंगल दल डुमक और युवक मंगल दल डुमक, जनता हाईस्कूल डुमक ने सामूहिक प्रयास किया।
विगत 31 अगस्त को आयोजित इन सभी संगठनों ने बुग्याल में स्वच्छता अभियान चलाकर कूड़ा डुमक गांव में लाकर निस्तारित किया गया। ग्राम डुमक और स्यूण में महिला मंगल दलों के सहयोग से प्रदूषण मुक्त नन्दा जात और बुग्याल संरक्षण हेतु प्रदर्शनी का अयोजन भी किया गया। जनता हाई स्कूल डुमक और ग्राम्य संस्था ने तीर्थयात्रियों को स्थानीय पारंपरिक बुग्याल संरक्षण के नियम व प्रथाओं की जानकारी दी।
नन्दा लोक जात समिति के अध्यक्ष बीरेन्द्र सिंह कठैत और सचिव अंकित भण्डारी ने तीर्थ यात्रियों बुग्याल संरक्षण हेतु जागरूक करने के लिए क्षेत्र के गांवों में बड़ी संख्या में पम्फलेट का वितरण किया और जागरूकता के उद्देश्य से छोटी-छोटी बैठकों का आयोजन किया।
ग्राम्य संस्था की अध्यक्ष प्रभा रावत ने इस अवसर पर लोगों से अपील की कि संस्कृति और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक हैं। यदि हमें अपनी नन्दा संस्कृति पर गर्व करना है तो बुग्यालों का संरक्षण जरूरी है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सामाजिक कार्यकर्ता बहादुर सिंह रावत, यशवंत सिंह भण्डारी, महिला मंगल दल अध्यक्ष डुमक अंकिता सनवाल, युवक मंगल दल अध्यक्ष डुमक अनिरूद्ध सनवाल, महिला मंगल दल अध्यक्ष स्यूण प्रियंका नेगी, जनता हाईस्कूल डुमक के प्रधानाध्यापक महिपाल सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान बेरूम रविंद्र सिंह, ग्राम प्रधान स्यूण प्रकाश पंवार और ग्राम प्रधान डुमक यमुना देवी तथा कुलदीप नेगी, सरिता राणा और मनोरमा राणा ने सक्रिय भूमिका निभाई।
