पौड़ी जिले के बड़खेत पैनों में पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन 11 साल से अधूरा, ठेकेदार फरार

-प्रभूपाल रावत की रिपोर्ट-
रिखणीखाल (पौड़ी गढ़वाल)। रिखणीखाल प्रखंड के अंतर्गत बड़खेत पैनों में बन रहा राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज का भवन 11 साल बाद भी अधूरा पड़ा है। ग्रामीणों की ओर से दी गई 200 नाली भूमि पर निर्माण कार्य कभी शुरू, कभी बंद रहा, लेकिन अब ठेकेदार अधूरा और घटिया निर्माण कार्य छोड़कर फरार बताया जा रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि भवन की स्थिति अब खंडहर जैसी हो गई है। सामाजिक कार्यकर्ता देवेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि भवन के चारों ओर झाड़ियां उग आई हैं और भीतर जंगली जानवरों का डेरा है। उनका कहना है कि अंदर जाने के लिए पटाखे फोड़ने पड़ते हैं ताकि जानवर भाग सकें।

भवन में लगे टाइल्स, मार्बल, दरवाजे-खिड़कियों के शीशे आदि तोड़फोड़ कर नष्ट कर दिए गए हैं। छत जगह-जगह से टपक रही है और बचा हुआ सीमेंट तथा अन्य निर्माण सामग्री बेकार हो चुकी है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह सब सरकारी धन के दुरुपयोग और अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है।
समाजसेवी रघुवीर सिंह बिष्ट, चन्द्र प्रकाश जदली, मनोज चौहान (पत्रकार), पिंकी नेगी, प्रभुपाल सिंह रावत, इन्द्रजीत सिंह असवाल, देवेश आदमी आदि समय-समय पर इस मामले को उठाते रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ग्रामीणों का आरोप है कि अधूरा भवन अब नशेड़ियों और असामाजिक तत्वों का अड्डा बन चुका है। भीतर चूल्हा-भट्टी, शराब व पार्टी के सबूत मिले हैं।
बताया जा रहा है कि इस भवन के लिए लगभग 15 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ था, लेकिन अधूरा निर्माण और सरकारी उदासीनता के चलते यह भवन अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि आखिर पॉलिटेक्निक कॉलेज का भविष्य क्या होगा—क्या यह कभी शिक्षण संस्थान बनेगा या यूं ही नशेड़ियों का अड्डा बना रहेगा?
