पोखरी तहसील फिर प्रभारी एसडीएम के भरोसे, स्थायी तैनाती की उठी मांग

– पोखरी से राजेश्वरी राणा-
पोखरी तहसील में तैनात उपजिलाधिकारी अबरार अहमद का कुछ ही महीनों के भीतर पुनः थराली स्थानांतरण कर दिया गया है। उनके तबादले के बाद तहसील एक बार फिर प्रभारी एसडीएम के भरोसे छोड़ दी गई है, जिससे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और आमजन नाराज हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से यहां स्थायी उपजिलाधिकारी की तत्काल तैनाती की मांग की है।
गौरतलब है कि वर्ष 1998 में लंबे संघर्ष के बाद संयुक्त उत्तर प्रदेश के समय पोखरी तहसील की स्थापना हुई थी। तब से क्षेत्र की 73 ग्राम पंचायतों और नगर पंचायत के नागरिकों को निवास प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र, दाखिल-खारिज, खाता-खतौनी जैसे आवश्यक दस्तावेजों के लिए चमोली की दौड़ नहीं लगानी पड़ती थी। इससे जनता को समय और धन की बचत हुई और कानून-व्यवस्था भी सुदृढ़ रही।
लेकिन हाल के वर्षों में उपजिलाधिकारियों की तैनाती “आया राम, गया राम” की स्थिति जैसी हो गई है। कुछ महीनों की सेवा के बाद ही अधिकारियों का स्थानांतरण अन्यत्र कर दिया जाता है, जिससे तहसील प्रभारी एसडीएम के भरोसे रह जाती है। जिलाधिकारी द्वारा एसडीएम अबरार अहमद का थराली तबादला किए जाने के बाद भी यही स्थिति बनी है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र सिंह भंडारी, नगर पंचायत अध्यक्ष सोहन लाल, पूर्व प्रमुख नरेंद्र रावत, एडवोकेट देवेंद्र सिंह राणा, व्यापार मंडल अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह राणा सहित कई जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर स्थायी एसडीएम की तैनाती की मांग की है। उनका कहना है कि प्रभारी व्यवस्था में जनता के कार्य समय पर पूरे नहीं हो पाते और कानून-व्यवस्था पर भी प्रभावी नियंत्रण नहीं रह पाता।
