डायट गौचर में बहुभाषीय प्रार्थना स्थलीय गतिविधि प्रशिक्षण का दूसरा चरण संपन्न

गौचर, 20 सितम्बर (गुसाईं)।जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में तीन दिवसीय बहुभाषीय प्रार्थना स्थलीय गतिविधि प्रशिक्षण के द्वितीय चरण का आयोजन किया गया। इसमें जिले के विभिन्न विद्यालयों के 20 अध्यापकों और 40 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यशाला के दौरान हिंदी, गढ़वाली, कुमाऊनी के साथ ही राजस्थानी, कन्नड़, असमी और संस्कृत भाषाओं में प्रार्थनाएं एवं समूह गीत का अभ्यास कराया गया।
समापन अवसर पर संस्थान के प्राचार्य आकाश सारस्वत ने कहा कि प्रार्थना सभा किसी भी विद्यालय की हृदय स्थली होती है। यह विद्यालय के वातावरण और छात्रों के व्यक्तित्व विकास पर गहरा प्रभाव डालती है।
कार्यक्रम समन्वयक योगेंद्र बर्तवाल ने बताया कि यह कार्यशाला चार चरणों में संपन्न होगी और पहली बार इस तरह का अभिनव प्रयोग डायट चमोली द्वारा किया जा रहा है, जिसमें बच्चे और अध्यापक एक साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं।
संदर्भदाता के रूप में सुशील राजश्री, अंकुश शाह और मुकेश टम्टा ने सहयोग दिया। समापन कार्यक्रम में वरिष्ठ संकाय सदस्य राजेंद्र प्रसाद मैखुरी, डॉ. गजपाल राज, गोपाल कपरूवान, डॉ. कमलेश मिश्रा, डायट प्रशिक्षु एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे। संचालन योगेंद्र बर्तवाल ने किया।
