दून पुस्तकालय में साइबर स्वच्छता, सुरक्षा एवं अपराध पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

देहरादून, 22 सितंबर। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से फाइंडफिन फाउंडेशन ने केन्द्र के सभागार में आज प्रातः साइबर स्वच्छता, साइबर सुरक्षा एवं साइबर अपराध जागरूकता कार्यशाला का एक महत्वूर्ण सत्र आयोजित किया. यह सत्र मुख्य रूप से साइबर स्वच्छता प्रथाएं,साइबर अपराध व साइबर सुरक्षा और सुरक्षा शिकायतों की रिपोर्टिंग जैसे बिन्दुओं पर केन्द्रित रहा. इस सत्र में शिक्षक प्रशिक्षक के रुप में फाइंड फिन फाउंडेशन के संस्थापक,मास्टर ट्रेनर सी डेक – नॉएडा एवं साइबर एम्बेसडर – सी डेक – हैदराबाद बिनोद डोभाल ने उपस्थित लोगों के मध्य अपनी वार्ता से जानकारी रखी. उन्होने प्रतिभगियो को सुरक्षित डिजिटल व्यवहार अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि साइबर अपराधी अब . आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस तकनीक जैसे डीप फेक, वॉइस क्लोनिंग का बड़े पैमाने पर इस्तमाल कर के साइबर ठगी को अंजाम दे रहे है जिसके लिए हमें सतर्क रहने की बहुत जरूरत है।
साइबर अपराध के खतरों के उदाहरण साझा करते हुए उन्होंने कहा कि कमज़ोर पासवर्ड, संदिग्ध लिंक एवं असुरक्षित नेटवर्क का इस्तमाल हमें साइबर क्राइम का शिकार बनाने का प्रयास करते हैं। उनके द्वारा सोशल मीडिया के दौरान सावधानियां एवं जरूरी जानकारी ,ऑनलाइन शॉपिंग , बैंकिंग वित्तीय सम्बन्धी जानकारी साइबर खतरे एवं उनसे बचाव के तरीके बताये गए साथ ही एआई, डीप फेक , डिजिटल अरेस्ट , साइबर स्लेवरी , ऑनलाइन जॉब फ्रॉड, ऑनलाइन मैट्रिमोनियल फ्रॉड ,बैंकिंग फ्रॉड, डेबिट कार्ड इत्यादि द्वारा साइबर फ्रॉड से बचाव , साइबर अपराध की रिपोर्टिंग डायल 1930 / www.cybercrime.gov.इन से सम्बंधित जानकारी भी कार्यशाला में शामिल प्रतिभागियों को दी गयी.
आज का यह कार्यक्रम इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय भारत सरकार की सूचना सुरक्षा शिक्षा एवं जागरूकता परियोजना के तहत चल रहे राष्ट्रीय अभियान स्टे सेफ ऑनलाइन का एक हिस्से के रुप में रहा.
कार्यक्रम के प्रारम्भ में केन्द्र के प्रोग्राम सोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने प्रतिभागियों व अतिथि वक्ता का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान दौर में साइबर सुरक्षा व इसके प्रति जागरूक व सतर्क रहने की दिशा में इस तरह की जागरूकता कायशालाएं निश्चित ही उपयोगी महत्वपूर्ण साबित होगीं।
फाइंड फिन संस्था द्वारा लगातार वित्तीय रूप से साक्षर, आर्थिक रूप से सशक्त और सुरक्षित, समावेशी समाज बनाने, गरीबी उन्मूलन, कौशल विकास, लैंगिक समानता, सामाजिक विकलांगता समावेशन, महिला सशक्तिकरण, आजीविका संवर्धन, आय सृजन, डेटा गोपनीयता, शिकायत निवारण तंत्र की वकालत, संभावित साइबर खतरे से बचाव के लिए विविध गतिविधियों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों के लिए जागरूकता और प्रसार अभियान चलाने का कार्य किया जाता है।
अब तक संस्था ने विश्वविद्यालयों और संस्थानों के 15000 से अधिक छात्रों, शिक्षकों और पेशेवरों को सशक्त बनाने का कार्य किया हुआ है।
कार्यक्रम के दौरान फाउंड फिन फाउंडेशन के आशुतोष,सरिता सहित दून पुस्तकालय के सुन्दर सिंह बिष्ट, डॉ.पंकज नैथानी, डॉ. वी के डोभाल, योगिता थपलियाल, गीतांजलि भट्ट . रम्मन कुमार, साक्षी, वाईएस नेगी, आलोक सरीन,पी.बी सिंह,राकेश कुमार, अनिल, विजय बहादुर, अवतार सिंह आदि मौजूद रहे.
