ग्राम प्रधान तो बन गये मगर प्रधानी नहीं मिल रही, नहीं बनी ग्राम सरकार
51 ग्राम पंचायतों का पूर्ण गठन अटका, ग्राम प्रधान बिना कार्यभार के
ज्योतिर्मठ, 30 सितम्बर (कपरूवाण)।सीमांत विकास खण्ड ज्योतिर्मठ-जोशीमठ में 51 ग्राम पंचायतों का अब तक पूर्ण गठन नहीं हो पाया है। ऐसे में इन पंचायतों से निर्वाचित प्रधान बिना कार्यभार के ही हैं। इससे न केवल ग्राम स्तरीय विकास कार्य ठप पड़े हैं, बल्कि पलायनग्रस्त ग्राम पंचायतों के ग्रामीण भी अतिरिक्त परेशानियों का सामना कर रहे हैं। यह स्थिति केवल जोशीमठ ब्लॉक की नहीं बल्कि राज्य के सभी 95 ब्लॉकों की है। पंचायती राज एक्ट के तहत ग्राम पंचायत में जब तक 7 में से कम से कम 5 सदस्य नहीं जीतते तब तक ग्राम पंचायत का न तो गठन हो सकता और ना ही चुने गये प्रधान को बस्ता मिलता है। इस बार राज्य में ग्राम पंचायत सदस्यों के लगभग आधा पद खाली है, क्योंकि पदों पर प्रत्याशी ही खड़े नहीं हुए।
विकास खण्ड की कुल 58 ग्राम पंचायतों में से अब तक केवल 7 पंचायतों का ही पूर्ण गठन हो पाया है। शेष 51 पंचायतों में सदस्यों के चुनाव अभी होने बाकी हैं। पंचायत चुनाव संपन्न होने के दो महीने बाद भी इन चुनावों की अधिसूचना जारी नहीं की जा सकी है।
अधिसूचना जारी न होने से नाराज सीमांत क्षेत्र के ग्राम प्रधानों ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। ग्राम प्रधानों का कहना है कि अधिसूचना जारी होने में हो रही देरी से ग्रामीण विकास योजनाएँ प्रभावित हो रही हैं।
एसडीएम के माध्यम से भेजे गए ज्ञापन पर ग्राम प्रधान बलवंत सिंह रावत, बीना देवी, मोहन लाल बजवाल, संगीता देवी, विनोद भंडारी, आनंद सिंह चौहान, मीना देवी, लक्ष्मी देवी, विक्रम सिंह सहित करीब 25 ग्राम प्रधानों ने हस्ताक्षर किए हैं।
