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उत्तराखंड के ‘हर ब्लॉक में एक आध्यात्मिक गाँव’, राजकीय मेले और शीतकालीन पर्यटन पैकेज – सीएम की समीक्षा में अहम फैसले

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की वर्चुअल समीक्षा बैठक

देहरादून, 17 नवम्बर : मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को राज्य के सभी जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक की। बैठक में विकास कार्यों की प्रगति, जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण तथा प्रशासनिक सुधारों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य स्थापना की रजत जयंती के सफल आयोजन पर अधिकारियों को बधाई दी तथा माननीय राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन को राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।

उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने का संकल्प मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक एवं स्पिरिचुअल राजधानी बनाने पर बल दिया। इस क्रम में उन्होंने निम्नलिखित प्रमुख निर्देश दिए:

  1. ‘एक जिला, एक मेला’ अभियान
    • प्रत्येक जिले के चयनित पारम्परिक मेले को राजकीय मेला घोषित किया जाएगा।
    • इन मेलों को विशेष संरक्षण, वित्तीय सहायता एवं व्यापक प्रचार-प्रसार मिलेगा।
    • आयोजक स्थानीय समुदाय ही रहेंगे, राज्य सरकार केवल सहयोग करेगी।
    • उद्देश्य: स्थानीय कला-संस्कृति, शिल्प, मनोरंजन एवं सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा।
  2. आध्यात्मिक ग्राम योजना
    • प्रत्येक ब्लॉक में एक गाँव को पायलट आधार पर “आध्यात्मिक गाँव” के रूप में विकसित किया जाए।
    • योग प्रशिक्षण केंद्र, आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधा, ध्यान केन्द्र एवं मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम स्थापित किए जाएँ।
    • इससे स्थानीय स्वास्थ्य में सुधार के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं स्पिरिचुअल टूरिज्म को नई पहचान मिलेगी।
  3. वाइब्रेंट विलेज एवं सीमांत पर्यटन
    • सीमावर्ती गाँवों में होमस्टे, स्वरोजगार, उद्यानिकी, कृषि एवं सौर ऊर्जा गतिविधियों की नियमित मॉनिटरिंग।
    • प्रत्येक सीमांत गाँव को विशिष्ट पर्यटन आकर्षण के रूप में विकसित किया जाए।
    • शीतकालीन चारधाम यात्रा एवं बारहमासी पर्यटन की तैयारियाँ तेज़ की जाएँ।
    • KMVN एवं GMVN शीतकालीन सीज़न हेतु विशेष डिस्काउंट पैकेज तुरंत लागू करें।
  4. सड़कें गड्ढामुक्त, यातायात जाम मुक्त
    • सभी सड़कों को प्राथमिकता के साथ गड्ढामुक्त करने के कड़े निर्देश।
    • बार-बार खराब होने वाले क्षेत्रों की पहचान कर विशेष निगरानी।
    • प्रमुख शहरों में यातायात जाम की समस्या का शीघ्र एवं समयबद्ध समाधान।
  5. सुरक्षा एवं नशा मुक्ति
    • जिला स्तर पर नियमित सत्यापन अभियान, सीमा क्षेत्रों में विशेष निगरानी।
    • प्रमुख पर्यटन स्थलों एवं संवेदनशील क्षेत्रों में CCTV की रियल-टाइम मॉनिटरिंग।
    • नशा मुक्ति हेतु डीजीपी के नेतृत्व में समर्पित टीम गठन एवं संभावित क्षेत्रों में CCTV स्थापना।
  6. स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं स्थानीय उत्पाद
    • जिलाधिकारी जिला अस्पतालों का औचक निरीक्षण करें, स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी कमी पर त्वरित कार्रवाई।
    • GI टैग प्राप्त उत्पादों को निर्यात योग्य बनाने हेतु प्रत्येक जिले की कार्ययोजना तैयार हो।
    • अल्मोड़ा (द्वाराहाट-द्रोणगिरी), चम्पावत (श्यामलताल-देवीधूरा) आदि क्षेत्रों में स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन की संभावना का सर्वे कर कार्ययोजना प्रस्तुत की जाए।
  7. स्थायी निवास प्रमाण-पत्रों की जाँच
    • पिछले तीन वर्षों में जारी स्थायी निवास प्रमाण-पत्रों की गहन जाँच।
    • अनियमितता पाए जाने पर संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने सभी निर्देशों के अनुपालन में पूर्ण पारदर्शिता, जवाबदेही एवं समयबद्धता सुनिश्चित करने के साथ ही जनहित को सर्वोपरि रखने का आह्वान किया।

बैठक में प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ, अपर पुलिस महानिदेशक (अभिसूचना एवं सुरक्षा) श्री अभिनव कुमार, कुमाऊँ मण्डल आयुक्त श्री दीपक रावत सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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