उत्तरकाशी की कमल नदी के संरक्षण हेतु दीर्घकालिक जल संरक्षण योजनाएँ बनाने के निर्देश
उत्तरकाशी, 12 दिसंबर। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने शुक्रवार को एक जनपद–एक नदी योजना के अंतर्गत विकासखंड पुरोला में चयनित कमल नदी को स्प्रिंग एंड रिवर रिजुविनेशन अथॉरिटी (SARA) के तहत विकसित करने के उद्देश्य से जिला कलेक्ट्रेट में बैठक आयोजित की।
जिलाधिकारी ने सारा योजना के तहत जिले में किए जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने सभी रेखीय विभागों को जल संरक्षण एवं संवर्द्धन से जुड़ी गतिविधियों की क्षमता वृद्धि करने और इस दिशा में दीर्घकालिक एवं टिकाऊ योजनाएँ तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कमल नदी के कैचमेंट क्षेत्र की समग्र डीपीआर तैयार करने के निर्देश भी प्रदान किए। इसके साथ ही उन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में उत्तरकाशी वन प्रभाग द्वारा सारा योजना के अंतर्गत 18 जल स्रोतों पर किए गए कार्यों की भौतिक और वित्तीय प्रगति की समीक्षा की।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में स्वीकृत कमल नदी (टौस वन प्रभाग) परियोजना की अद्यतन स्थिति का भी विस्तार से अवलोकन किया गया।
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने इस वित्तीय वर्ष में स्वीकृत केदारगंगा (टौस वन प्रभाग) के लिए तैयार कार्ययोजना की प्रगति की भी जानकारी ली और संबंधित विभागों को कार्यों की गति तेज करने के निर्देश जारी किए।
बैठक में डीएफओ डी.पी. बलूनी, उपनिदेशक जलागम सिद्धार्थ श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता पेयजल मधुकांत कोटियाल, पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटूडा उपस्थित रहे, जबकि विभिन्न विभागीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में जुड़े।
