चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के निर्देश: मुख्य सचिव ने केदारनाथ पुनर्निर्माण एवं बद्रीनाथ मास्टर प्लान की समीक्षा की

देहरादून, 31 दिसंबर .मुख्य सचिव श्री आनंद बर्धन ने बुधवार को सचिवालय में केदारनाथ पुनर्निर्माण एवं बद्रीनाथ मास्टर प्लान से संबंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा को सुगम एवं व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए केदारनाथ और बद्रीनाथ में यात्रा मार्ग एवं दर्शन व्यवस्था में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं की पहचान कर उनका तत्काल निराकरण किया जाना आवश्यक है।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान तथा वापसी तक सुखद अनुभव मिले, इसके लिए उच्च स्तर की तैयारियां सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को दर्शन टोकन जारी करते समय मंदिर में वर्तमान में किस क्रम संख्या का दर्शन चल रहा है, इसकी जानकारी डिस्प्ले बोर्ड पर उपलब्ध होनी चाहिए। इस बार चारधाम यात्रा में यह व्यवस्था अनिवार्य रूप से लागू की जाए। टोकन लेते समय श्रद्धालु को दर्शन के लिए संभावित प्रतीक्षा समय की भी जानकारी दी जाए। साथ ही, व्हीलचेयर एवं चलने में असमर्थ श्रद्धालुओं के लिए गोल्फ कार्ट तथा ऑल टेरेन व्हीकल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्य सचिव ने यात्रा दौरान श्रद्धालुओं को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न स्थानों पर साइनेज एवं क्यूआर कोड आधारित सूचना पटल लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों पर सर्टिफाइड गाइड की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए तथा इसके लिए पर्यटन विभाग गाइड प्रशिक्षण कार्यक्रम की कार्ययोजना तैयार करे।
मुख्य सचिव ने कहा कि केदारनाथ रोपवे संचालित होने के बाद मंदिर परिसर, गौरीकुंड एवं सोनप्रयाग में श्रद्धालुओं के अत्यधिक दबाव को देखते हुए अभी से तैयारी सुनिश्चित की जाए। इसके लिए केदारनाथ मंदिर परिसर के क्षेत्र विस्तार तथा गौरीकुंड-सोनप्रयाग में पार्किंग एवं अन्य सुविधाओं के लिए क्षेत्र विस्तार की संभावनाएं तलाशी जाएं।
बैठक में सचिव डॉ. वी. षणमुगम, श्री धीराज सिंह गर्ब्याल, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग श्री प्रतीक जैन तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी चमोली श्री गौरव कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
