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तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के बीटेक-कम्प्यूटर साइन्स इंजीनियरिंग प्रोग्राम को मिला एनबीए एक्रिडिटेशन सर्टिफिकेट

खास बातें 

  • आउटकम बेस्ड एजुकेशन के सभी मानदंडों पर उतरे खरे
  •  तीन बरस के लिए मिला एनबीए एक्रिडिटेशन सर्टिफिकेट
  • वैश्विक मंच पर टीएमयू की पहचान बनाने में साबित होगा मील का पत्थर
  • अब हमारे बीटेक-कम्प्यूटर साइन्स इंजीनियरिंग प्रोग्राम की डिग्री पूरे विश्व में मान्य होगीः कुलाधिपति
  • कड़ी मेहनत, समर्पण, दृढ़ संकल्प और लगन का यह प्रतिफल: वीसी
  •  एनबीए एक्रिडिटेशन ने सफलता के ताज में एक नया पंख जोड़ाः प्रो. द्विवेदी

 

मुरादाबाद, 16 अक्टूबर  ।   तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद की झोली में एक और बड़ी उपलब्धि आई है। फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग-एफओई के बीटेक-कम्प्यूटर साइन्स इंजीनियरिंग प्रोग्राम को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिटेशन, नयी दिल्ली ने टीयर वन कैटेगरी में तीन वर्ष के लिए एनबीए एक्रिडिटेशन का प्रमाणपत्र प्रदान किया है। एनबीए एक्रिडिटेशन का यह प्रमाणपत्र आउटकम बेस्ड एजुकेशन के सभी मानदंडों के परीक्षण के उपरांत प्रदान किया गया। इस बड़ी उपलब्धि से गदगद टीएमयू के चांसलर श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन ने उम्मीद जताई, यह एनबीए एक्रिडिटेशन हमारे स्टुडेंट्स और फैकल्टी के लिए वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा, यह गर्व का विषय है, अब हमारे बीटेक-कम्प्यूटर साइन्स इंजीनियरिंग प्रोग्राम की डिग्री पूरे विश्व में मान्य होगी। टीएमयू के वाइस चांसलर प्रो. रघुवीर सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, एसोसिएट डीन एकेडेमिक्स डॉ. मंजुला जैन ने फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के निदेशक प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी को हार्दिक बधाई देते हुए कहा, प्रो. द्विवेदी के कुशल नेतृत्व में उनकी टीम की कड़ी मेहनत, समर्पण, दृढ़ संकल्प और लगन का यह प्रतिफल है।

फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के निदेशक प्रो. द्विवेदी ने कहा, एनबीए एक्रिडिटेशन ने सफलता के ताज में एक नया पंख जोड़ा है, जिसका कॉलेज हर तरह से हकदार है। प्रो. द्विवदी ने कहा, एनबीए एक्रिडिटेशन के टीयर वन कैटेगरी में हमारा कॉलेज पूरे मुरादाबाद मण्डल में प्रथम एवं पूरे भारत में अग्रणी संस्थानों में शामिल हो गया है। उन्होंने अपने संकल्प को दोहराया, हम अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने आशा जताई, प्रतिभा और कड़ी मेहनत करने की क्षमता हर गुजरते दिन के साथ कॉलेज को सफलता के शिखर पर पहुंचाएगी।

फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के एनबीए कोऑर्डिनेटर प्रो. आरसी त्रिपाठी ने बताया, फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के बीटेक-कम्प्यूटर साइन्स इंजीनियरिंग प्रोग्राम को एनबीए विशेषज्ञ के निरीक्षण विजिट के बाद एनबीए की कार्यकारी समिति ने तीन साल के लिए मान्यता दी गई है। उल्लेखनीय है, एनबीए एक्रिडिटेशन से गुणवत्ता मानकों की मान्यता, संस्था में विश्वास की वृद्धि, छात्र प्रदर्शन में सुधार, एसडब्ल्यूओटी-स्ट्रेन्थ, वीकनेस, अपॉर्च्यूनिटी एंड थ्रेट एनालिसिस में मदद, फंडिंग के लिए मदद, जॉब मार्केट में बढ़त ,विश्व में नौकरी के अवसर इत्यादि अनेक लाभ हैं। उन्होंने एक प्रोग्राम एनबीए एक्रिडिटेशन प्रॉसेस की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने अपने वोट ऑफ थैंक्स में टीएमयू के आला अधिकारियों के संग – संग फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के निदेशक प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी, डाइरेक्टर्स नॉमिनी फॉर एनबीए एक्रिडिटेशन प्रो. अशेन्द्र कुमार सक्सेना, बीटेक-सीएसई की एचओडी डॉ. गुलिस्ता खान, बीटेक-सीएसई प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर श्री रूपल गुप्ता आदि का खास उल्लेख किया। संचालन मिस इन्दु त्रिपाठी ने किया।

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