वन्यजीवों का आतंक – अफसरों की फ़ौज पहुंची पौड़ी
- मानव-वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण के हर सम्भव प्रयास जारी-प्रमुख वन सचिव
- गुलदार के हमले के बाद उच्चाधिकारियों का दौरा, प्रभावित परिवार को राहत और क्षेत्र में त्वरित कार्रवाई
- प्रमुख सचिव ने की गजल्ड घटना को लेकर जिला प्रशासन द्वारा की गयी त्वरित कार्यवाही

देहरादून, 8 दिसंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देशों के बाद जिला पौड़ी में बढ़ते गुलदार आतंक और मानव-वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए शासन स्तर पर बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है। सोमवार को उत्तराखंड के प्रमुख वन सचिव श्री आर.के. सुधांशु और आयुक्त गढ़वाल मंडल श्री विनय शंकर पांडेय के नेतृत्व में उच्चाधिकारी दल ने तहसील पौड़ी के गजल्ड गांव का दौरा किया, जहां पिछले दिनों गुलदार के हमले में श्री राजेंद्र नौटियाल की दर्दनाक मृत्यु हो गई थी।
मृतक परिवार को तत्काल राहत, मुआवजे की अग्रिम राशि का चेक सौंपा
प्रमुख वन सचिव ने मृतक के परिजनों से मुलाकात कर गहराढ़ी संवेदना व्यक्त की और मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजे की अग्रिम राशि का चेक परिवार को सौंपा। उन्होंने जिला प्रशासन और वन विभाग द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई तथा ग्रामीणों के सहयोग की प्रशंसा की।

आदमखोर गुलदार के निस्तारण की चल रही तेज कार्रवाई
अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आदमखोर गुलदार को पकड़ने/न्यूट्रलाइज करने के लिए चल रहे ऑपरेशन का जायजा लिया। इसके बाद सत्यखाल गांव में ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया।
ग्रामीणों के सुझावों पर तत्काल कार्रवाई
विकास भवन में प्रभावित क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख वन सचिव के सामने तीन प्रमुख मांगें रखीं:
- स्थानीय लोगों को गुलदार निस्तारण दल में शामिल करना
- दो निजी शार्प शूटर्स को अनुमति देना
- प्री-रिकॉर्डेड ऑडियो संदेशों से जन जागरूकता फैलाना
प्रमुख वन सचिव ने सभी सुझावों पर तुरंत संज्ञान लिया और मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए।
महत्वपूर्ण निर्णय और निर्देश
विकास भवन सभागार में हुई उच्चस्तरीय बैठक में प्रमुख वन सचिव ने निम्नलिखित निर्देश दिए:
- हर रेंज में नियमित “प्रभागीय दिवस” आयोजित किए जाएंगे
- “क्या करें-क्या न करें” वाली जागरूकता सामग्री तुरंत तैयार कर वितरित की जाए
- व्हाट्सएप ग्रुप और सोशल मीडिया के जरिए वन्यजीव गतिविधियों की त्वरित सूचना प्रसारित की जाए
- झाड़ी कटान अभियान को व्यवस्थित करने के लिए लोक निर्माण विभाग, जिला पंचायत और नगर पालिका संयुक्त रूप से कार्य करेंगे; अतिरिक्त बजट की जरूरत पड़ने पर शासन से धन उपलब्ध कराया जाएगा
वन्यजीव प्रभावित क्षेत्रों में स्कूलों-अंगनबाड़ियों के समय में बदलाव
आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने कहा, “यह संवेदनशील विषय है। जिला प्रशासन, वन विभाग और जनता मिलकर काम करें तो इस समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। हमारी प्राथमिकता है कि लोगों का जीवन सुरक्षित रहे।”
जिलाधिकारी डॉ. स्वाति एस. भदौरिया ने बताया कि वन्यजीव प्रभावित क्षेत्रों में स्कूलों-अंगनबाड़ियों के समय में बदलाव किया गया है, पशुपालकों के लिए चारा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है और जागरूकता अभियान तेज कर दिया गया है।
दौरे और बैठक में प्रमुख वन संरक्षक (HoFF) रंजन मिश्र, एसएसपी सर्वेश पंवार, मुख्य वन संरक्षक धीरज पांडे, वन संरक्षक आकाश वर्मा, डीएफओ अभिमन्यु, डीएफओ जीवन मोहन दगाड़े, एडीएम अनिल गर्ब्याल समेत सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
प्रमुख वन सचिव ने अंत में आश्वासन दिया कि मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के हर संभव प्रयास जारी रहेंगे और जनता-प्रशासन के संयुक्त सहयोग से इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाएगा।
