उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में भी शुरू हुयी गणेशोत्सव की नयी परम्परा
गौचर, 8 सितम्बर (गुसाईं) उत्तराखण्ड में पिछले कुछ सालों से बड़े स्तर पर गणेश उत्सव का आयोजन किया जाने लगा है। इसी नयी परम्परानुसार पालिका क्षेत्र गौचर के वार्ड नम्बर 6 में दिनेश सिंह नेगी ने दो दिवसीय गणेश चतुर्थी महोत्सव का आयोजन कर खुशहाली की कामना की।
कार्यक्रम के शुरूआत में गणेश भगवान की मूर्ति को बाजार से नवदुर्गा कीर्तन मंडली और युवक दलों द्वारा गाजे बाजे के साथ अपने आयोजन स्थल पर ले गए। तत्पश्चात कीर्तन मंडलियों द्वारा रातभर गणेश भगवान के भजन कीर्तन और नृत्य किया गया।
शनिवार को भगवान गणेश की मूर्ति को अलकनंदा नदी के तट पर पूजा अर्चना के बाद विर्सजन किया गया। इस अवसर पर आनन्द सिंह कंडारी, दर्शन सिंह कंडारी, सतीश शैली, सुनील खाली, लक्ष्मी प्रसाद खाली, मातवर सिंह, के अलावा नवदुर्गा कीर्तन मंडली की नीलम कंडारी, सरिता भंडारी, पूजा राणा, रूपा देवी, सुनीता देवी, सविता शैली आदि कई महिला पुरुष मौजूद रहे।