राजनीति

हरीश रावत के बाद अब हरक सिंह रावत ने किया राजनीतिक धमाका

देहरादून,25 दिसंबर(उहि).पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ट्वीट विवाद से गरमाई सियासत ठंडी पड़ी ही थी कि प्रदेश सरकार के कद्दावर कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के इस्तीफे की खबर ने प्रदेश की राजनीति में एक और धमाका कर दिया है। हरक सिंह के साथ ही विधायक उमेश शर्मा  कावू के इस्तीफे की भी चर्चा है। ये दोनों ही काफी समय से bjp में असहज महसूस कर रहे थे। अगर इनको मनाया नहीं गया तो ठीक चुनाव से पहले bjp में भगदड़ की शुरुवात हो सकती है।

हरक सिंह के पास वन एवं पर्यावरण, श्रम एवं आयुष मंत्रालय है। हालांकि उनके इस्तीफे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई। भाजपा ने भी उनके इस्तीफे से इंकार किया।कैबिनेट की बैठक से वाक आउट करने के बाद हरक सिंह के स्टाफ को भी उनकी लोकेशन का पता नहीं है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यशपाल आर्य के बाद हरक सिंह रावत के भाजपा छोड़ने से रोकने के लिए पार्टी ने अपने रणनीतिकारों को झोंक दिया है। हरक के जाने से पार्टी में भगदड़ का खतरा पैदा हो सकता है। इसका असर पार्टी की चुनावी संभावनाओं पर बहुत बुरा पड़ सकता है। सूत्रों के अनुसार पार्टी में अपने नंबर बढ़ाने के लिए विजय बहुगुणा और अनिल बलूनी ने हरक को मनाने के प्रयास शुरू कर दिते हैं। चर्चा यहाँ तक है कि अनिल बलूनी ने अमित शाह की बात हरक से करा दी है। हरक की नाराजगी के बाद 24 दिसंबर को ही कैनिनेट ने कोटद्वार मेडिकल कॉलज के लिए 5 करोड़ मंजूर कर लिए।

हरक के इस ताजे धमाके का जबरदस्त असर का एक कारण उनका 23 दिसंबर को दिल्ली में रहना बताया जा रहा है। उसी दिन कांग्रेस आला कमान ने हरीश रावत और प्रीतम सिंह गुट के नेताओं को दिल्ली बुलाया था। समझा जाता है कि हरक की कांग्रेस में वापसी में हरीश रावत रोड़ा बने हुए हैं।

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी में अंतर्कलह खुलकर सामने आ गई है. पुष्कर सिंह धामी की सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अब कांग्रेस ने दावा किया है कि एक विधायक ने भी भारतीय जनता पार्टी (BJP) को छोड़ दिया है.

कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से तंज कसते हुए लिखा गया है, ‘डूबता जहाज, भागते लोग.’ साथ ही ट्वीट में दो तस्वीरें भी शेयर की गई हैं, जिनमें से एक कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के इस्तीफे की खबर है, तो दूसरे में विधायक उमेश शर्मा काऊ के बीजेपी छोड़ने का जिक्र है.

बताया जा रहा है कि प्रदेश मंत्रिमडंल की बैठक के दौरान कोटद्वार मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव लटकाए जाने पर विवाद गहराया। हरक सिंह रावत इस कदर नाराज हुए कि बैठक बीच में छोड़कर चले गए। इसके बाद भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ के इस्तीफे की भी चर्चाएं गरमा उठी। उधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने मंत्री हरक व विधायक उमेश के इस्तीफे से अनभिज्ञता जाहिर की। वह विजय संकल्प यात्रा को लेकर गोपेश्वर में हैं।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि डॉ. हरक सिंह रावत ने लिखित तौर पर कोई इस्तीफा नहीं दिया है। वह कैबिनेट बैठक संपन्न होने के बाद गए।
इधर, सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर हरक सिंह रावत के इस्तीफे की खबरें तेजी से तैरने लगीं। पुष्टि करने के लिए डॉ. रावत से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन व्यस्त आता रहा।
कोटद्वार में मेडिकल कालेज का प्रस्ताव न आने से नाराज
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में कोटद्वार मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव न आने से हरक सिंह रावत का पारा चढ़ गया। मेडिकल कॉलेज को लेकर वह अपनी नाराजगी पिछली कैबिनेट बैठक में भी जता चुके हैं। तब उन्हें आश्वस्त किया गया था कि आगामी कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। शुक्रवार को कैबिनेट में प्रस्ताव लाए जाने की उनकी उम्मीद एक बार फिर टूट गई। इससे उन्होंने बैठक में ही अपनी नाराजगी जाहिर की और इस्तीफे की धमकी देकर चले गए।

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