Front Page

उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड का VIP कनेक्शन फिर गरमाया: पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ की कथित पूर्व पत्नी उर्मिला के दावों से सियासत का पारा चढ़ा

देहरादून, 24 दिसंबर : उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर अंकिता भंडारी हत्याकांड का काला साया मंडराने लगा है। भाजपा के पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ की कथित पूर्व पत्नी और अभिनेत्री उर्मिला सनावर द्वारा लगाए गए सनसनीखेज आरोपों ने इस बहुचर्चित मामले को नई ऊंचाई दे दी है। उर्मिला ने दावा किया है कि सुरेश राठौड़ ने हत्याकांड में VIP प्रभाव का दुरुपयोग किया, जिसमें बुलडोजर कार्रवाई के लिए पैसे वसूले गए। इन दावों के साथ उन्होंने मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग्स होने का भी जिक्र किया, जो कथित तौर पर भाजपा को हिला सकते हैं। इस मामले ने कांग्रेस को नया मुद्दा थमा दिया है, जो इसे भाजपा सरकार पर हमले का हथियार बना रही है। अमर उजाला और अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह विवाद अब अदालत से सड़क तक फैल चुका है, और राज्य की सियासत को गरमा रहा है।

मामले का बैकग्राउंड: अंकिता हत्याकांड से जुड़ा पुराना घाव

अंकिता भंडारी उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित एक रिसॉर्ट में मैनेजर थीं, जिनकी सितंबर 2022 में संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या हो गई थी। यह मामला शुरू से ही VIP कनेक्शन के आरोपों से घिरा रहा। रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य (पूर्व मंत्री के बेटे) समेत कई आरोपी गिरफ्तार हुए, लेकिन जांच में उच्च स्तरीय प्रभाव की आशंकाएं बनी रहीं। विशेष जांच दल (SIT) ने कई रिपोर्ट्स सौंपीं, लेकिन VIP नामों का खुलासा नहीं हुआ। अब, तीन साल बाद, सुरेश राठौड़ की पूर्व पत्नी उर्मिला सनावर ने सोशल मीडिया और इंटरव्यूज के जरिए इस मामले को फिर से हवा दी है।

अमर उजाला की 8 अक्टूबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, उर्मिला ने पहले ही सहारनपुर एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई थी, जहां उन्होंने सुरेश राठौड़ पर व्यक्तिगत शोषण के साथ-साथ राजनीतिक साजिश के आरोप लगाए थे। लेकिन मंगलवार (23 दिसंबर 2025) को जारी एक वीडियो स्टेटमेंट में उर्मिला ने हत्याकांड को सीधे जोड़ दिया। उन्होंने कहा, “सुरेश राठौड़ ने अंकिता मामले में VIP लॉबी का सहारा लिया। बुलडोजर ऑपरेशन चलाने के नाम पर उन्होंने पैसे लिए, और मेरे पास इसके सबूत हैं—मंत्रियों के फोन रिकॉर्डिंग्स और मीटिंग्स के वीडियो।” उर्मिला ने दावा किया कि सुरेश ने उन्हें भी इस ‘सेक्स रैकेट’ से जोड़ने की कोशिश की, और उनकी बेटी-दामाद को अलग करने के लिए 1 करोड़ रुपये की सेटलमेंट ऑफर की।

सुरेश राठौड़ का खंडन: ‘झूठी साजिश, मानसिक बीमारी का शिकार’

पूर्व भाजपा विधायक सुरेश राठौड़ ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उर्मिला को ‘मानसिक रूप से अस्वस्थ’ और ‘राजनीतिक ड्रामा क्वीन’ करार दिया। एक हालिया इंटरव्यू में राठौड़ ने कहा, “उर्मिला झूठे SC-ST केस और ब्लैकमेलिंग के जरिए मुझे फंसाना चाहती हैं। अंकिता मामले में SIT जांच पूरी हो चुकी है, कोई VIP कनेक्शन साबित नहीं हुआ। यदि उनके पास सबूत हैं, तो पेश करें; वरना उन पर FIR होनी चाहिए।” राठौड़ ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से तत्काल जांच की मांग की और दावा किया कि उर्मिला कांग्रेस के इशारों पर काम कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व मंत्री दुष्यंत गौतम ने उर्मिला को ‘पागल’ बताकर उनसे दूरी बना ली है।

नवीन समाचार की 23 नवंबर 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक, यह विवाद पहले शोषण के आरोपों से शुरू हुआ था, जो अब 16 लाख रुपये की ब्लैकमेलिंग तक पहुंच गया। राठौड़ ने दावा किया कि उर्मिला ने उनकी दूसरी शादी (रविंद्र कौर से) को तोड़ने की कोशिश की, और अब हत्याकांड को हथियार बना रही हैं। भाजपा नेताओं ने भी उर्मिला के दावों को ‘व्यक्तिगत दुश्मनी’ का नतीजा बताया है।

कांग्रेस का हमला: ‘भाजपा की VIP संस्कृति उजागर’

कांग्रेस ने इस मुद्दे को पकड़ लिया है और इसे भाजपा सरकार पर सीधा प्रहार बना दिया।पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने इस मामले में दिल्ली  में प्रेस कॉन्फ्रेंस  कर इसे  दिल्ली के  स्तर पर ले जाने का प्रयास किया है । पार्टीप्रवक्ता  ने कहा, “अंकिता हत्याकांड में VIP संरक्षण का राज खुल रहा है। उर्मिला के दावे गंभीर हैं—यदि भाजपा साफ छवि वाली है, तो CBI जांच कराए। यह उत्तराखंड की बेटियों की सुरक्षा पर सवाल है।” कांग्रेस नेता हरीश रावत ने ट्वीट किया, “सुरेश राठौड़ जैसे पूर्व विधायकों के जरिए भाजपा का काला चेहरा सामने आ रहा है। हम विधानसभा में इस मुद्दे को उठाएंगे।” पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जांच को दबा रही है, और उर्मिला को ‘ड्रामा’ कहकर सच्चाई छिपाने की कोशिश कर रही है।

इस बीच, सोशल मीडिया पर #JusticeForAnkita और #VIPinUttarakhandMurder ट्रेंड कर रहे हैं। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उर्मिला के वीडियो वायरल हो चुके हैं, जहां उन्होंने ‘गट्टू’ नामक एक कथित भाजपा VIP का जिक्र किया, जो मामले से जुड़ा बताया जा रहा है।

आगे की राह: जांच की मांग और सियासी संभावनाएं

यह विवाद अब अदालती जंग में बदल चुका है। उर्मिला ने कहा कि वे जल्द ही सबूत सार्वजनिक करेंगी, जबकि राठौड़ ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही। पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन सूत्रों के अनुसार, देहरादून एसएसपी कार्यालय में उर्मिला की शिकायत दर्ज हो चुकी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा 2027 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है, खासकर महिलाओं की सुरक्षा के एजेंडे पर।

अमर उजाला और अन्य मीडिया आउटलेट्स ने इसकी कवरेज बढ़ा दी है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि बिना ठोस सबूतों के यह सिर्फ सियासी हंगामा साबित हो सकता है। फिलहाल, उत्तराखंड की सर्द हवाओं में यह विवाद गर्माहट पैदा कर रहा है, और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!