आगामी लोकसभा चुनाव में युवाओं और महिलाओं पर दांव खेलेगी भाजपा
नयी दिल्ली, 11 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वालीभाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति इस महीने के अंत मे लोकसभा चुनावों में उम्मीदवारों की पहली लिस्ट के नाम जारी करने के लिये बैठक कर सकती है।
इंडियन एक्सप्रेस अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार प्रधान मंत्री मोदी ने पहले ही संकेत दे दिए हैं कि पार्टी महिलाओं और युवाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी. इसे हासिल करने के लिए पार्टी 70 साल से ऊपर के सांसदों का टिकट काट सकती है। हालांकि अगर ये नेता बड़े कद के हुए तो ऐसा होने की संभावना कम रहेगी.
भाजपा के 56 लोकसभा सांसद 70 साल या उससे ऊपर की उम्र के हैं.ब्इनमें राजनाथ सिंह, गिरिराज सिंह, राजेंद्र अग्रवाल, रवि शंकर प्रसाद, एसएल आहलूवालिया, पीपी चौधरी, संतोष गंगवार, राधा मोहन सिंह, जगदम्बिका पाल, अर्जुन राम मेघवाल, श्रीपद नाईक, राव इंद्रजीत सिंह, वीके सिंह जैसे नेता शामिल हैं.
इंडियन एक्सप्रेस अख़बार से सूत्र बताते हैं कि 70 साल से कम उम्र के नेताओं पर फोकस करने का मतलब ये नहीं होगा कि सारे वरिष्ठ नेताओं का टिकट काटा जाएगा. क्यूंकि स्वयं प्रधानमंत्री मोदी 73 साल के हैँ।
वो कहते हैं- उम्मीदवार को चुने जाने का पैमाना सिर्फ़ उम्र नहीं होगी. ऐसे नेता जिनका काफ़ी योगदान रहा होगा, उन्हें भी टिकट दिया जाएगा. पार्टी को लोकसभा में भी अनुभवी नेता चाहिए होंगे.
2019 में बीजेपी ने 303 सीटें जीती थीं. इस बार भाजपा 400 पार का नारा दे रही है. बीते लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 436 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था.
पार्टी से जुड़े नेता कहते हैं- 10 साल सत्ता में रहने के बाद इस बात का मतलब नहीं बनता कि किसी सीट पर चुनाव ना लड़ा जाए. भाजपा उन चंदों सीटों पर भी ध्यान देगी, जहां वो कभी चुनाव नहीं जीती है.