चमोली पुलिस ने 28 लाख की साइबर ठगी के मुल्ज़िम को राजस्थान में दबोचा
गौचर, 12 अक्टूबर (गुसाईं) । चमोली पुलिस ने 28 लाख की साइबर धोखाधड़ी करने वाले अंतर राज्यीय गैंग के एक शातिर ठग को राजस्थान से दबोच कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 31 जुलाई 24 को पीएमजीएमवाई कर्णप्रयाग में कार्यरत सहायक अभियंता विपिन नौटियाल ने कोतवाली कर्णप्रयाग को दी तहरीर में कहा कि उनके द्वारा दो माह पूर्व फेसबुक पर शेयर मार्केट से संबधित विज्ञापन के नीचे दिये गए एक लिंक पर क्लिक करने पर जिससे वे साइबर ठग के ग्रुप में ज्वाइन होने पर उन्हें बताया गया कि यह ग्रुप गौरव पोंडार द्वारा अपने ग्राहकों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया गया है।
कुछ समय बाद अंकित सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति द्वारा उन्हें मैसेज करके बताया गया कि वे गौरव पोंडार के असिस्टेंट हैं। वे लोग बजाज फ़ाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड में कार्यरत हैं। कंपनी 100 लाख से ज्यादा सदस्य होने की खुशी में अपने सदस्यों को 100 करोड़ रूपये वितरित कर रही है ।जिसमें आप पांच हजार रूपये से लेकर एक करोड़ तक प्राप्त कर सकते।
इस स्कीम में भाग लेने के लिये वादी को बजाज ऐप का लिंक भेजकर रजिस्टर करने को कहा गया। लिंक पर रजिस्टर करने के पश्चात वादी को ऐप पर 5000 रूपए प्राप्त हुए। आवेदन के पश्चात उन्हें शेयर भी अलॉटमेंट किए गए जिसके लिए उन्होनें 1,36,000 रूपये जमा करने पर उन्हें 1,69,830 रूपए प्राप्त हुए।
जिन्हें उन्होंने अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करने के पश्चात वादी को बजाज ऐप पर विश्वास हो गया। इसके उपरान्त उनके रेकमेन्डेशन के अनुरूप विभिन्न आई पी ओ के लिये आवेदन किया। जिसमें अत्याधिक लाभ के बारे जानकारी दी गयी। जो कि वास्तविक शेयर मार्केट की स्थिति के अनुसार भी मेल खा रही थी।
वादी का कहना था कि गौरव पोंडार के कहने पर उसके द्वारा बजाज ऐप स्वीकृत करने पर लगभग 910000 रू स्वीकृत हुए। इस तरह से उनके साथ 28 लाख की धोखाधड़ी हुई।
विवेचना के दौरान प्रकाश में आए अभियुक्त शशि कुमार पुत्र प्रवेन्द्र कुमार निवासी नगला पृथ्वीनाथ रामबाबू हरितवाली गली थाना शाहगंज उत्तर प्रदेश का सर्विलांस सैल की टैक्निकल टीम द्वारा राजस्थान से मुखबिर की सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया।जिसे न्यायालय से ट्रांजिस्ट रिमाण्ड प्राप्त करकेआज शनिवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। पूछताछ करने पर अभियुक्त ने अपना जुर्म कबूल किया है। इस टीम में उप निरीक्षक लक्ष्मी प्रसाद बिल्जवाण हेड कांस्टेबल दीवान सिंह,आरक्षी आशुतोष तिवारी एसओजी चमोली आरक्षी राजेन्द्र सिंह रावत सर्विलांस सेल आदि सामिल थे।