मुख्यमंत्री धामी ने किया उत्तराखंड के पहले साथी केंद्र का उद्घाटन

खटीमा, 1 सितम्बर। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को खटीमा के हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आईआईटी कानपुर के सहयोग से स्थापित उत्तराखंड के पहले ‘साथी केंद्र’ का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि किसी भी देश का सामाजिक और आर्थिक विकास उसकी शिक्षा की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। इसी उद्देश्य से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू कर शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया। इस नीति के तहत विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 2023 में शुरू हुए ‘साथी प्रोजेक्ट’ का उद्देश्य सभी विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समान अवसर प्रदान करना है। इस प्रोजेक्ट के तहत आईआईटी और आईआईएससी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रोफेसर ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग, मेडिकल, बैंकिंग, रेलवे और क्लैट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवा रहे हैं। खटीमा के इस केंद्र में 80 छात्रों को ऑफलाइन कोचिंग और मेंटरिंग की सुविधा मिलेगी, जिसका लाभ स्थानीय और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को होगा।
उन्होंने कहा कि देशभर में अब तक 15 लाख से अधिक विद्यार्थी ‘साथी प्रोजेक्ट’ से लाभान्वित हो चुके हैं। उत्तराखंड में लगभग 29,000 विद्यार्थी इस पहल से जुड़े हैं, और पिछले वर्ष 500 से अधिक विद्यार्थियों ने इस मंच की मदद से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल की। राज्य सरकार एनईपी-2020 के तहत विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और बिग डेटा जैसे आधुनिक पाठ्यक्रम शुरू करने पर जोर दे रही है। साथ ही, साइंस सिटी और एस्ट्रो पार्क जैसे प्रोजेक्ट्स के माध्यम से वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 9 नए महाविद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। ‘मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना’ के तहत विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के प्राध्यापकों को 18 लाख रुपये तक का शोध अनुदान प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा, उत्कृष्ट शोध पत्र प्रकाशन के लिए प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिए जा रहे हैं।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सांसद श्री अजय भट्ट, नगर पालिका अध्यक्ष श्री रमेश चंद जोशी, दर्जा राज्यमंत्री डॉ. अनिल कपूर डब्बू, सचिव उच्च शिक्षा डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. बी.एन. खाली, निदेशक आईआईटी कानपुर श्री मनिंदर अग्रवाल, जिलाधिकारी श्री नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री मणिकांत मिश्रा, प्राचार्य डॉ. पंकज कुमार सहित कई जनप्रतिनिधि, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।
