गौरा देवी की जन्मशताब्दी वर्ष पर “चिपको चेतना यात्रा” का आयोजन
— प्रकाश कपरुवाण—
ज्योतिर्मठ, 24मार्च। भारतीय वृक्ष न्यास के आवहान पर चिपको आंदोलन की जन्म दात्री गौरा देवी की जन्मशताब्दी वर्ष पर”चिपको चेतना यात्रा”का सोमवार चिपको आंदोलन की धरती रैणी गाँव मे गौरा देवी की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं गौरा देवी को सहेलियों को सम्मानित करने के उपरांत शुरू हुई।
यात्रा शुरू होने से पूर्व रैणी मे आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए चेतना यात्रा के आयोजक भारतीय वृक्ष न्यास के अध्यक्ष /ग्रीन मैन ऑफ इंडिया विजयपाल बघेल ने स्व0 गौरा देवी का स्मरण करते हुए कहा कि चिपको नेत्री गौरा देवी ने वनों को बचाने का जो अभियान वृक्ष पर चिपक कर शुरू किया था वो विश्व व्यापी तो बना लेकिन चिपको की धरती एवं गौरा देवी को जो सम्मान मिलना चाहिए था वो आज तक भी नहीं मिला।
श्री बघेल ने कहा कि विश्व को वनों को बचाने का संदेश देने वाली गौरा देवी वास्तव “भारत रत्न”सम्मान की अधिकारी हैं, जिसके लिए भारतीय वृक्ष न्यास लगातार प्रयासरत है।
ग्रीन मैन ऑफ इंडिया श्री बघेल ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री से भेंट कर चिपको की धरती रैणी मे ही गौरा देवी शोध पीठ एवं विश्वविद्यालय की मांग की है ताकि पर्यावरण विषयों पर शोध करने वाले विश्व भर के शोधार्थी यहाँ आकर शोध कर सके। उन्होंने चिपको की धरती रैणी गाँव आज तक भी सड़क विहीन होने को विडंबना बताते हुए कहा कि वे राज्य सरकार से प्रमुखता से वार्ता करेंगे।
चिपको चेतना यात्रा के संयोजक सुरेश सुयाल ने गौरा देवी को नमन करते हुए कहा कि गौरा देवी न केवल रैणी-उत्तराखंड बल्कि देश व विश्व की पहचान है, चिपको के नाम से लोग पर्यावरणविद तो हो गए लेकिन गौरा देवी उस सम्मान से भी वंचित रह गई। उन्होंने कहा कि हिमालय को बचाने का सन्देश इसी धरती से पूरे विश्व को गया, और इस दौर मे विश्व की समस्या ही पर्यावरण है।
श्री सुयाल ने कहा कि विकास का हाथ पर्यावरण के साथ होना चाहिए, अनावश्यक दोहन न हो और वनों को आग से बचाने का संकल्प लें तभी हिमालय बचेगा।
जिला रेडक्रास सीसाइटी के अध्यक्ष ओम प्रकाश डोभाल के कुशल संचालन मे हुए समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री बद्रीनाथ के सेनि धर्माधिकारी आचार्य भुवन चन्द्र उनियाल ने कहा कि जिस प्रकार श्री बद्रीनाथ धाम से हमारी पहचान है उसी प्रकार गौरा देवी व चिपको आंदोलन से भी हमारी पहचान है, यह पहचान बनी रही इसके लिए हमें पर्यावरण बचाने और वनों को आग से बचाने का संकल्प लेना होगा।
धर्माधिकारी श्री उनियाल ने शास्त्रों मे वनों का उल्लेख करते हुए मार्मिक वर्णन किया। उन्होंने शलधार मे स्थित गर्म पानी के फुवारे की दुर्दशा पर बेहद दुःख ब्यक्त करते हुए कहा कि गर्म पानी का प्राकृतिक फुवारा सूखने की कगार पर है जो चिंता का विषय है, उन्होंने कहा कि उस स्थान पर उस गर्म पानी के फुवारे मे अंडे उबाल गए हैं अंडे के छिलके वहाँ पर बिखरे हैं जो कतई उचित नहीं हैं, वन विभाग को इस ओर ध्यान देते हुए पुर्नजीवित करने का प्रयास करना चाहिए।
इस समारोह को नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क की उप प्रभागीय वनाधिकारी सुमन ने भी सम्बोधित किया। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य संग्राम सिंह एवं ग्राम प्रधान दीपक राणा ने अथितियों का स्वागत किया।
चिपको चेतना यात्रा समारोह मे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभाग संचालक राजेन्द्र सिंह भण्डारी, भारतीय वृक्ष न्यास के प्रदेश प्रभारी ओपी सिंह, समाज सेवी प्रमोद शर्मा, राकेश पाहवा, महेश धीमान, वृशांत कुमार, गौरा देवी के पुत्र चन्द्र सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप फरस्वान, रविन्द्र थपलियाल सहित रैणी गाँव की महिलाएं मौजूद रही। महिला मंगल दल की ओर से विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया गया। इस मौके पर वृक्षारोपण भी किया गया।
रैणी से शुरू हुई चिपको चेतना यात्रा का तपोवन एवं ज्योतिर्मठ नगर मे भव्य स्वागत हुआ, तपोवन मे सरस्वती विद्या मंदिर के घोष व पुष्पवर्षा के साथ स्वागत हुआ तो ज्योतिर्मठ नगर मे सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के एनएसएस के छात्रों व स्थानीय नागरिकों ने चिपको चेतना यात्रा का जोरदार स्वागत करते हुए पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली।
इस कार्यक्रम मे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नगर कार्यवाह दर्वेश्वर थपलियाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, आचार्य प्रदीप पुरोहित, एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी प्रकाश पंवार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।