देहरादून में बादल फटने से सहस्त्रधारा व आसपास तबाही, 100 से अधिक लोगों को बचाया गया, कई भवन क्षतिग्रस्त

देहरादून, 16 सितम्बर। जिले में सोमवार देर रात बादल फटने से सहस्त्रधारा व आसपास के क्षेत्रों में भारी तबाही हुई। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र देहरादून से प्राप्त दैनिक बुलेटिन के अनुसार कई स्थानों पर लोग फँस गए, कुछ के बह जाने की सूचना है और मकानों व दुकानों को क्षति पहुँची है। राहत एवं बचाव दल रातभर मौके पर डटे रहे और अब तक 100 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
फँसे और बह गए लोग
सहस्त्रधारा के पास बाजार क्षेत्र में कई लोग पानी व मलबे में फँस गए। एसडीआरएफ, पुलिस और अग्निशमन दल ने राहत अभियान चलाकर अधिकांश को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया।
राजपुर रोड व मसूरी क्षेत्र में भी लोगों के बह जाने की सूचनाएँ आयीं।
राजपुर क्षेत्र के पास 15 से 20 लोगों के बहने की खबर पर SDRF टीम और अग्निशमन विभाग ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू चलाया।
प्रेमनगर व विकासनगर में भी 30 से अधिक लोग नाले में बहने से खतरे में थे जिन्हें समय रहते बचा लिया गया।
मृत्यु व घायल
बुलेटिन के अनुसार अब तक 1 व्यक्ति की मौत और 1 के घायल होने की पुष्टि की गई है।
विभिन्न घटनाओं में कुल 12 स्थानों से लोगों के बहने/फँसने की सूचनाएँ दर्ज हुईं।
भवन व संरचनाएँ क्षतिग्रस्त
सहस्त्रधारा मुख्य बाजार में दुकानों व होटलों को भारी नुकसान पहुँचा।
कई पुल व सड़कें भी बहाव की चपेट में आयीं।
बिजली आपूर्ति व पेयजल लाइनों को क्षति पहुँची है।
सड़क मार्ग की स्थिति
जिले में कुल 23 सड़कें वर्तमान में बंद हैं, जिनमें 6 राज्य मार्ग और 17 ग्रामीण सड़कें शामिल हैं।
15 जून से अब तक बारिश के चलते 924 मार्ग बंद हुए थे, जिनमें से अधिकांश को खोल दिया गया है।
लोक निर्माण विभाग, PMGSY और अन्य एजेंसियाँ मशीनरी लगाकर मार्ग खोलने में जुटी हैं।
नदियों का जलस्तर
गंगा, यमुना और टौंस नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु के आसपास दर्ज किया गया है।
टौंस नदी का स्तर तो चेतावनी स्तर से भी ऊपर पहुँच गया है, जिससे प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतने को कहा है।
पेयजल, बिजली और अन्य नुकसान
जलभराव संबंधी 114 शिकायतों में से 107 का निस्तारण किया गया।
पेयजल आपूर्ति से जुड़ी 121 शिकायतों में से 112 का समाधान हो चुका है।
पेड़ गिरने की 70 घटनाओं में से 67 का निस्तारण किया गया।
बिजली आपूर्ति कई क्षेत्रों में बहाल कर दी गई है।
कुल अनुमानित क्षति
विभिन्न विभागों से प्राप्त आँकड़ों के अनुसार अब तक जिले में लगभग ₹102.25 करोड़ (10,225.03 लाख रु.) की क्षति का आकलन किया गया है।
लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों की मरम्मत व पुनर्निर्माण हेतु 6 बड़े कार्य प्रस्तावित हैं जिनकी लागत लगभग ₹98.51 करोड़ आंकी गई है।
मानव हानि
1 अप्रैल 2025 से अब तक जिले में 7 लोगों की मौत, 3 लोग घायल और 489 पशुओं की मौत दर्ज की गई है।
👉 जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे नदी-नालों के किनारे न जाएँ, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी आपदा की सूचना तुरंत पुलिस व SDRF को दें।
