टीएमयू नर्सिंग कॉलेज की कल्चरल इवेंट्स-अश्वमेधा में अग्नि टीम अव्वल
ख़ास बातें:
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों की व्यक्तिगत विजेता रही नित्या अवस्थी
- सोलो डांस प्रतियोगिता में मुस्कान सिंह प्रथम
- ग्रुप डांस प्रतियोगिता में टीम नीर अव्वल
- गायन प्रतियोगिता में चांद मोहम्मद प्रथम
- फैशन शो प्रतियोगिता में सिमरन खोखर प्रथम
–प्रो. श्याम सुंदर भाटिया
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ नर्सिंग की ओर से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम- अश्वमेधा 2021 में संपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम में अग्नि टीम अव्वल रही, जबकि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की व्यक्तिगत विजेता कु नित्या अवस्थी रही। कॉलेज ऑफ नर्सिंग की स्टुडेंट्स नर्सेंज एसोसिएशन-एसएनए और सांस्कृतिक कार्यक्रम कमेटी की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम का शीर्षक-रैट्रो टू मैट्रो था। कार्यक्रम में सोलो डांस प्रतियोगिता में मुस्कान सिंह ने प्रथम, चांद मोहम्मद ने द्वितीय और श्रेया पाण्डे ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
ग्रुप डांस प्रतियोगिता में टीम नीर ने पहला, टीम अग्नि ने दूसरा और टीम वायु ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। गायन प्रतियोगिता में चांद मोहम्मद प्रथम, मुशाहिद हुसैन द्वितीय और पल्लवी कुमारी तृतीय स्थान पर रहे। ग्रुप गायन प्रतियोगिता में टीम नीर ने प्रथम, टीम पृथ्वी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। फैशन शो प्रतियोगिता दो चरणों- रैट्रो और मैट्रो में हुई, जिसमें सिमरन खोखर ने प्रथम, स्नेहा अग्रवाल ने द्वितीय और निधि चौहान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। उल्लेखनीय है, कार्यक्रम के दौरान स्टुडेंट्स को चार टीमों- नीर, अग्नि, वायु और पृथ्वी में बांटा गया था।
कल्चरल प्रोग्राम में डायरेक्टर स्टुडेंट्स वेलफेयर प्रो. एम. पी. सिंह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रो. सिंह, निर्णायक मंडल के सदस्यों- डॉ. प्रेरणा गुप्ता, डॉ. अर्चना जैन, डॉ. पीकेश कुमार, कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्रधानाचार्य प्रो. श्री नाथ कुलकर्णी, उप प्रधानाचार्या प्रो. एम. जैसलीन आदि ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके सरस्वती वंदना के साथ किया। इस अवसर पर कॉलेज ऑफ नर्सिंग की फैकल्टी मिस सोनिया, कु. मनीषा, पूजा भाकुनी, रश्मि, शालु गुरंग, सिमरन, श्रीमती प्रिया सिंह एसएनए सदस्य समिता, शिवांगी, पूजा चंद, आस्था आदि की गरिमामयी मौजूदगी रही। कल्चर कॉर्डिनेटर नीरजा मैसी ने कार्यक्रम की रिपार्ट प्रस्तुत की। संचालन श्रीमती सरस्वती ने किया।