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उत्तराखंड की राजधानी पर आसमानी कहर, 17 मरे, 13 से अधिक लापता, संकट अभी नहीं टला

-उषा रावत द्वारा –

देहरादून, 17 सितम्बर। उत्तराखंड में बरसात और बादल फटने से तबाही का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहाड़ों के साथ-साथ अब राजधानी देहरादून भी आपदा की चपेट में आ गई है। बीते 24 घंटे में जिले में 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 13 से अधिक लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। आपदा के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। देहरादून जिले में 13 पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, 62 सड़कें बंद पड़ी हैं और कई भवन धराशायी हो चुके हैं। देहरादून शहर और उसके आस पास के कम से कम 9 स्थानों पर त्वरित बाढ़ से भयंकर तबाही आई है ।

लगातार हो रही बारिश के कारण नदियाँ उफान पर हैं। मंगलवार सुबह अचानक पानी आने से प्रेमनगर क्षेत्र में नाला उफान मार गया, जिसके चलते नवादा चौकी के पास स्थित पुल बहकर टूट गया। इस पुल के ध्वस्त हो जाने से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। दूसरी ओर, मालदेवता क्षेत्र में नदी का जलस्तर बढ़ने से मुख्य सड़क का बड़ा हिस्सा कटकर बह गया। इस कारण स्थानीय लोगों का सम्पर्क टूट गया और कई भवन भी ढह गए।  मंगलवार तडके देहरादून ढ  तहसील सदर, विकासनगर ,  सहश्रधारा,  कर्लिगाड/ माजरा , तहसील मसूरी के झड़ी पानी, झाझरा, प्रेमनगर  और ठाकुरपुर आदि स्थानों पर त्वरित बाढ़ से भारी तबाही हुयी है.

कितने शव कहाँ मिले

नदी और नालों में बहकर कई लोग लापता हो गए। प्रशासन द्वारा विभिन्न स्थानों से शवों की तलाश की जा रही है। अब तक 17 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि लापता लोगों की संख्या 13 से अधिक है। बचाव दल लगातार राहत और खोज अभियान में जुटे हुए हैं।

कुमाऊँ में दो की मौत

आपदा का असर कुमाऊँ क्षेत्र में भी दिखाई दिया। मंगलवार को यहाँ भी दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों में भारी बारिश के चलते कई मकान जमींदोज हो गए हैं। खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं और ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है।

ग्राउंड ज़ीरो पर पहुँचे सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा की स्थिति का जायजा लेने खुद ग्राउंड ज़ीरो पर पहुँचे। उन्होंने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और मौके पर राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फंसे हुए लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जाए और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावितों को राज्य सरकार अकेला नहीं छोड़ेगी।

पीएम और गृहमंत्री ने दिलाया मदद का भरोसा

मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से फ़ोन पर बात की। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। केंद्र ने राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी हैं।

हरिद्वार में गंगा उफान पर

देहरादून के साथ-साथ हरिद्वार में भी स्थिति बिगड़ गई है। गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जलस्तर बढ़ने से कई घाट जलमग्न हो गए हैं। गंगा किनारे बसे क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। गंगा के तेज बहाव के कारण रेल और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

प्रशासन की अपील

आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और नदी-नालों के पास न जाएँ। सरकार ने राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं और आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए हेल्पलाइन भी जारी की गई है।

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