पीजी कॉलेज नागनाथ पोखरी में देवभूमि उद्यमिता की एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
पोखरी, 2 दिसंबर (राणा)। देवभूमि उद्यमिता कार्यक्रम के तहत पीजी कॉलेज नागनाथ पोखरी में एक-दिवसीय उद्यमिता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एवं देवभूमि उद्यमिता के नोडल अधिकारी डॉ. अभय कुमार श्रीवास्तव ने योजना की पृष्ठभूमि रखते हुए पीपीटी प्रस्तुति के माध्यम से छात्र-छात्राओं को स्व-रोजगार एवं उद्यमिता की दिशा में प्रेरित किया।
डॉ. श्रीवास्तव ने उद्यमिता से जुड़ी चुनौतियों और संभावनाओं पर विस्तार से मार्गदर्शन देते हुए कहा कि किसी भी लक्ष्य को हासिल करने में 80 प्रतिशत योगदान मानसिक दृढ़ता का और केवल 20 प्रतिशत पूंजी का होता है। उन्होंने नौकरी व स्वरोजगार की तुलना करते हुए कई स्थानीय सफल उद्यमियों की प्रेरक कहानियाँ भी साझा कीं।
इसी क्रम में महाविद्यालय कर्मचारी दीपक सिंह ने देवभूमि उद्यमिता योजना से जुड़े अपने अनुभव विद्यार्थियों के साथ साझा किए। उन्होंने ‘मौन पालन’ के लाभ, चुनौतियों और उससे प्राप्त मानसिक संतुलन पर विस्तार से चर्चा की।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रीटा शर्मा ने छात्रों को उद्यमिता कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेने तथा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध स्वरोजगार अवसरों की पहचान कर उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन देवभूमि उद्यमिता की संयोजक डॉ. कंचन सहगल ने किया। उन्होंने कहा कि देवभूमि उद्यमिता योजना का उद्देश्य राज्यभर के युवाओं को उद्यमिता कौशल, प्रशिक्षण तथा स्व-रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
इस अवसर पर देवभूमि उद्यमिता के सदस्य डॉ. अनिल कुमार, डॉ. रेनू सनवाल, डॉ. अशु सिंह, डॉ. आरती रावत, डॉ. राजेश भट्ट, डॉ. अनुपम रावत, सहित महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित रहे।
