पौड़ी के जिलाधिकारी ने की सीएम हेल्पलाइन व जन समर्पण पोर्टल की समीक्षा
पौड़ी, 9 अगस्त (शिवाली)। सीएम हेल्पलाइन व जन समर्पण पोर्टल पर लंबित शिकायतों की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने आधा दर्जन से अधिक शिकायतकर्ताओं से फोन पर बात कर शिकायतों के निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये। वानिकी विश्वविद्यालय भरसार के रजिस्ट्रार द्वारा बैठक में प्रतिभाग नहीं करने व लम्बे समय से लंबित चल रही 4 शिकायतों की स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर जिलाधिकारी ने संबंधित रजिस्ट्रार का वेतन रोकने के निर्देश दिये हैं।
सीएम हेल्पलाइन समीक्षा बैठक में 36 दिन से अधिक लंबित शिकायतों में मुख्यतः शिक्षा विभाग से सेवानिवृत शिक्षक विजय सिंह नेगी की पेंशन रिवाइज प्रकरण पर मुख्य कोषाधिकारी व मुख्य शिक्षाधिकारी को आज शाम तक वस्तुस्थिति स्पष्ट करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत कराने के निर्देश दिये हैं। वन प्रभाग लैंसडौन के अन्तर्गत ओमप्रकाश पुत्र स्व0 गोविंद राम की पत्नी को सर्पदंश के उपरान्त मृत्यु होने पर राजकीय सहायता में देरी सम्बंधी शिकायत पर प्रभागीय वनाधिकारी लैंसडौन वन प्रभाग को रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
कोटद्वार निवासी देवांश सचदेवा की बेस अस्पताल कोटद्वार में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर की गई शिकायत पर जिलाधिकारी ने शिकायतकर्ता से फोन कॉल द्वारा बात कर वस्तु स्थिति का जायजा लेकर एसडीएम कोटद्वार व मुख्य चिकित्साधिकारी को आज ही जांच करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
तहसील कोटद्वार क्षेत्रांतर्गत कोरोना काल में सुरेन्द्र सिंह के पुत्र की मृत्यु के उपरान्त राजकीय योजना की सहायता मुहैया नहीं किये जाने संबंधी प्रकरण पर जिलाधिकारी ने एसडीएम कोटद्वार को प्रकरण की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।
इस दौरान सीएम हेल्पलाइन पटल प्रभारी द्वारा बताया गया कि एल-1 स्तर पर 399 व एल-2 स्तर पर 82 शिकायतें दर्ज हैं, जबकि जन समर्पण पोर्टल पर कुल 105 शिकायतें लंबित होना बताया गया जिसमें से राजस्व विभाग की 56 शिकायतें, जबकि अन्य विभागों की 49 शिकायतें लंबित है।
बैठक में डीएफओ सिविल एवं सोयम शिशुपाल सिंह, अधीक्षण अभियंता मोहमद मिशम, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, सीटीओ गिरीश चंद, अधि0अभि0 जल संस्थान एसके राय, अधि0अभि0 पेयजल बीरेंद्र भट्ट सहित अन्य अधिकारी वीसी के माध्यम से मौजूद थे।