डीएम उत्तरकाशी ने मोरी ब्लॉक के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का किया निरीक्षण, त्वरित राहत कार्यों के निर्देश

जखोल (उत्तरकाशी), 14 सितम्बर। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने रविवार को विकास खंड मोरी के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल भी मौजूद रहे। मानसून सीजन में बंगाण और पर्वत क्षेत्र को जोड़ने वाली कई आंतरिक सड़कों के भूस्खलन व भू-धसाव से क्षतिग्रस्त होने पर जिलाधिकारी ने उन्हें युद्धस्तर पर सुचारू करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बद्रासु गांव में भूस्खलन प्रभावित स्थान का निरीक्षण कर पेयजल व विद्युत लाइनों की त्वरित बहाली के आदेश दिए। खतरे की जद में आए मकानों के लिए सुरक्षात्मक उपाय करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। ब्लॉक मुख्यालय के पास नाली निर्माण, पैदल मार्ग सुधार और भू-धसाव प्रभावित मकानों की सुरक्षा पर विशेष कार्यवाही करने को कहा।
सुनकुंडी गांव में हेलिपैड व व्यू प्वाइंट के पास भू-धसाव से मकानों व खेतों पर उत्पन्न खतरे को देखते हुए पीडब्ल्यूडी को सुरक्षात्मक कार्य करने को कहा गया। वहीं जखोल-फिताड़ी-लिवाड़ी मोटर पुल से बैंचा तक भूस्खलन व नदी कटाव से क्षतिग्रस्त सड़क के स्थायी समाधान हेतु सिंचाई विभाग को प्रस्ताव तैयार करने को कहा।
जखोल में ग्रामीणों से मुलाकात के दौरान शिक्षकों की तैनाती, विद्यालय भवनों के पुनर्निर्माण, कंप्यूटर उपलब्धता, सेब बागानों में भू-कटाव रोकने और ट्रैक मार्गों के पुनर्निर्माण जैसी मांगें सामने आईं। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को इन समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण करने के निर्देश दिए।
विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों के पुनर्निर्माण को सरकार प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने बताया कि मोरी-नेटवाड़-शांकरी सड़क मार्ग के लिए धनराशि स्वीकृत हो चुकी है और कार्य शीघ्र शुरू होगा। साथ ही दुबई नामे तोक से फफराला, सिदरी, कोटगांव, सीमा और सिरोली क्षेत्रों का भू-वैज्ञानिक सर्वे कराया जाएगा ताकि सुरक्षात्मक कार्य किए जा सकें।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम मोरी मुकेश रमोला, ब्लॉक प्रमुख रणदेब सिंह राणा, ज्येष्ठ प्रमुख त्रेपन सिंह राणा, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. रजनीश सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी एसएल वर्मा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष जयचंद्र सिंह रावत सहित जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहे।
