उत्तरकाशी के वरुणावत पर्वत पर भड़की आग, फायर फाइटर जूझ रहे हैँ वनाग्नि से
उत्तरकाशी, 30 मई। वरुणावत की पहाड़ी पर वनाग्नि भड़कने से गत रात्रि प्रशासन में अफरातफरी मच गयी। यह आग पिटकुल की लाइन में शॉर्ट सर्किट से लगी बताई जा रही है।तत्काल वनकर्मियों के साथ ही एनडीआरएफ,एसडीआरएफ, क्यूआरटी की टीमों को आग बुझाने हेतु मौके पर भेजा गया। इन टीमों के द्वारा आग बुझाने का प्रयास जारी है।
मातली कक्ष संख्या 2 में तूफान से हाइट टेंशन टूटने के कारण आग लगी जिसमें विद्युत विभाग के जे ई के द्वारा बताया गया कि 1 घंटे तक सीट डाउन किया गया है जिसमें फायर टीम तथा वन विभाग द्वारा आग पर काबू किया जा रहा है।
वरुणावत की पहाड़ी पर वनाग्नि की सूचना पर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के निर्देशानुसार आपदा नियंत्रण कक्ष से आग बुझाने के इस अभियान पर निरंतर नजर रख कर इस काम में जुटी टीमो के बीच समन्वय बनाने तथा आवश्यकतानुसार अतिरिक्त संसाधनों के प्रबंधन की कार्रवाई की जा रही है।
इस अभियान में जुटी टीमों ने सूचित किया है कि आग से प्रभावित क्षेत्र की भोगोलिक स्थिति अत्यंत चुनौतीपूर्ण है जिसके कारण आग बुझाने के काम में कठिनाई पेश आ रही है।
इसके बावजूद सभी टीमें मौके पर आग बुझाने में जी-जान से जुटी हैं। इस अभियान में उप प्रभागीय वनाधिकारी भटवाड़ी रेंज अधिकारी बाड़ाहाट सहित एनडीआरफ के 16, एसडीआरएफ के 13 वन विभाग के 12 तथा क्यूआरटी के 5 सदस्य शामिल हैं।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने मातली-राड़ी-यमुनाघाटी ग्रिड लाइन को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए यूपीसीएल एवं पिटकुल के उत्तरकाशी व बड़कोट खंड केअधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए आपदा कंट्रोल रूम को इस संबंध में हर तीन घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने की हिदायत दी है।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने मातली-राड़ी-यमुनाघाटी ग्रिड लाइन को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए यूपीसीएल एवं पिटकुल के उत्तरकाशी व बड़कोट खंड केअधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए आपदा कंट्रोल रूम को इस संबंध में हर तीन घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करने की हिदायत दी है।