ताले लटके रहते हैं सरकारी अस्पताल पर, मरीज जाएं तो जाएं कहाँ?
पोखरी, 6 जनवरी (राणा) विकासखंड पोखरी के अंतर्गत ग्राम सभा रौता के प्रधान और भाजपा नगर अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह राणा ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर शिकायत की है कि उनके क्षेत्र । एलोपैथिक अस्पताल रौता में डाक्टर, फार्मेसिस्ट सहित स्टाफ के नदारद रहने से अक्सर लटके रहते हैं जिस कारण मरीज परेशान रहते हैँ।
राणा ने शिकायत में कहा कि सेरा मालकोटी, रौता, गोदी गिवाला, चौड़ी सहित 12 ग्राम सभाओं के ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए क्षेत्रीय लोगों की मांग पर 40 वर्ष पूर्व रौता में ऐलोपैथिक अस्पताल खोला गया लेकिन बार- बार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और विभागीय उच्चाधिकारियों से मांग करने पर भी आज तक यहां पर स्थाई रूप से डाक्टर की तैनाती नहीं की गयी है।
राणा के अनुसार अक्सर यहां पर डाक्टर , फार्मेसिस्ट और अन्य कर्मचारियों के नदारद रहने से ताले लटके रहते हैं । जिस कारण इस ऐलोपैथिक अस्पताल का लाभ क्षेत्रीय ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। खादी ग्रामोद्योग पर्यटन शरदोत्सव मेले में पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत से भी उन्होंने रौता ऐलोपैथिक अस्पताल में अस्थाई रूप से डाक्टर की तैनाती की मांग की लेकिन आज तक डाक्टर की तैनाती नहीं की गयी है ।
पोखरी सीएचसी से यहां पर डाक्टर की तैनाती की गयी लेकिन डाक्टर और फार्मेसिस्ट सहित अन्य कर्मचारी अक्सर नदारद रहते हैं। वार्ड बॉय और एएनम अपनी हाजिरी गांव के प्रधान से ले जाते हैं । लेकिन डाक्टर और फार्मेसिस्ट की हाजिरी कौन देता है तथा इनका वेतन कैसे निकल रहा है । लिहाजा इस बात की जांच कर रौता ऐलोपैथिक अस्पताल में डाक्टर सहित फार्मेसिस्ट की अस्थाई रुप से तैनाती की जाय जिससे क्षेत्रीय ग्रामीणों को इस अस्पताल का लाभ मिल सके ।वहीं सीएचसी अधीक्षक डा0 आशिफ अल्वी ने कहा कि डाक्टर और फार्मेसिस्ट को ऐलोपैथिक अस्पताल रौता में नियमित रूप से रहने के निर्देश दे दिए गये है ।