आपदा/दुर्घटना

पहाड़ों में भारी बारिस से कहीं आफत तो कहीं राहत भी

गौचर, 14  अगस्त ( गुसाईं)। लंबे समय बाद क्षेत्र में हुई बारिश से जहां लोगों को उमस भरी गर्मी से काफी हद तक निजात मिल पाई है वहीं कई जगहों पर नुक़सान की भी खबरें प्राप्त हुई हैं।

क्षेत्र में मानसून की पहली झमाझम बारिश 23 जुलाई को हुई थी। इसके बाद एक दो दिन हल्की बारिश के बारिश सिलसिला थमने से जहां क्षेत्र में सूखे जैसे हालात पैदा होने लगे थे वहीं गर्मी ने भी तेवर दिखाना शुरू कर दिया था। कास्तकारों के सामने अपनी फसल बचाने का भी संकट पैदा हो गया था। हालांकि क्षेत्र में बादलों की आमद तो हो रही थी लेकिन विना बरसे ही बादल गायब हो रहे थे।

रविवार 10 बजे के बाद अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ा और हल्की बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। सुबह के समय थोड़ी तेज बारिश हुई है। इससे कमेड़ा में फिर मलवा आने से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया था। इससे नगरासू जाने वाले छात्र छात्राओं को वापस लौटना पड़ा। इस स्थान पर सड़क को जल्दी खोल दिया गया था। जनपद के ऊपरी इलाकों में भारी बारिश से अलकनंदा का जलस्तर बढ़ने से गौचर के सामने रानौ गांव की सीमा पर नदी किनारे वर्षों पहले बनाया गया शिव मंदिर भी बाड़ की भेंट चढ़ गया है। गौचर से रानौ पोखरी जाने वाली सड़क पर कटाव होने से यह मार्ग भी खतरे की जद में आ गया है।

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