बदरीनाथ-केदारनाथ घण्टे नहीं बजा सकेंगे यात्री, मूर्तियां भी नहीं छुयेंगे
देहरादून: 17 सितंबर।
उत्तराखंड उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा बृहस्पतिवार को उत्तराखंड चारधाम यात्रा से रोक हटाये जाने के बाद आयुक्त गढ़वाल एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने मानक प्रचालन प्रक्रिया ( एसओपी) जारी करते हुए बताया कि न्यायालय के निर्देशों के आलोक में चारों धामों में से बदरीनाथ धाम में प्रतिदिन 1000, केदारनाथ हेतु 800 , गंगोत्री हेतु 600 यमुनोत्री धाम हेतु 400 श्रृद्धालु दर्शन हेतु पहुंच सकेंगे।
बदरीनाथ के कपाट बंद होने की तिथि विजयदशमी के अवसर पर निकाली जायेगी जबकि केदारनाथ और गंगोत्री के कपाट हर साल दीवाली के बाद भैय्या दूज पर इौर यमुनात्री के कपाट एक दिन पूर्व गोवर्द्धन पूजा के दिन बंद होते हैं। इस हिसाब से केदारनाथ और गंगोत्री के कपाट इस वर्ष 6 नवम्बर को तथा यमुनात्री के कपाट 5 नवम्बर को शीतकाल के लिये बंद हो जायेंगे। बदरीनाथ के कपाट बंद होने की तिथि 15 अक्टूबर 2021 को विजयदश्मी के अवसर पर परम्परागत विधि विधान से निकाली जायेगी। अनुमान है कि यह तिथि 10 नवम्बर हो सकती है। इस दृष्टि से अब चारधाम यात्रा की अवधि दो माह से भी कम रह गयी है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि प्रत्येक तीर्थयात्रियों को पंजीकरण/यात्रा ई -पास हेतु देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in पर अपनी आईडी प्रुफ एवं कोविड नैगटिव रिपोर्ट अथवा वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट अपलोड करना होगा बच्चों एवं बीमार, एवं अति बृद्ध जो बीमारी से ग्रस्त हैं उन्हें यात्रा हेतु अनुमति नहीं हैं। मंदिर में दर्शन हेतु एक बार में तीन श्रद्धालु ही प्रवेश करेंगे। सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दर्शन करेंगे। मंदिर में मूर्तियों को छूना, किसी तरह लेपन, घंटियों को स्पर्श करना की मनाही रहेगी।

प्रत्येक तीर्थयात्री को 72 घंटे पहले की कोरोना आरटीपीसीआर नैगेटिव रिपोर्ट अथवा कोरोना वैक्सीनेशन के दोनों टीके लगे होने का सर्टिफिकेट जरूरी होगा। ऐसे राज्य जो कि कोरोना की दृष्टि से संवेदनशील हैं वहां के तीर्थयात्रियों को 72 घंटे के अंतराल की कोरोना नैगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी।

तीर्थ यात्री देवस्थानमों की पूजाओ में सामाजिक दूरी के साथ शामिल होंगे लेकिन उन्हें मंदिर के गर्भ गृहों में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। किसी भी सहायता एवं मार्गदर्शन हेतु देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों कर्मचारियों से संपर्क किया जा सकता है। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जानकारी दी कि इस यात्रा वर्ष केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई, बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई, यमुनोत्री धाम के 14 मई, गंगोत्री के धाम के 15 मई को खुले। अभी भी चारधाम यात्रा हेतु डेढ़ से दो महीने का समय शेष है। चारधाम यात्रा शुरू होते ही तीर्थ यात्री पंच बदरी तथा पंच केदारों में द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ एवं चतुर्थ केदार रूद्रनाथ यात्रा हेतु भी पहुंचेगे।