पहलगाम हमले के बाद दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठकों का दौर जारी
नयी दिल्ली, 30 अप्रैल। पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश की राजधानी में उच्च स्तरीय बैठकों का दौर जारी है। मंगलवार को भी प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बैठक हुयी। समझा जाता है कि बैठक में प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों को उचित समय पर उचित कदम उठाने के लिए फ्री हैंड देने की बात कही है।
मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री आवास पर एक हाई लेवल मीटिंग हुई. पीएम मोदी के अगुवाई में हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, सीडीएस अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल रहे.
बताया जाता है कि इस बैठक में प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में निर्देश दिया है कि आतंकवाद को करारा जवाब देना हमारा दृढ़ राष्ट्रीय संकल्प है. पीएम ने भारतीय सैन्य बलों की पेशेवर क्षमताओं में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया. इसके साथ-साथ कहा कि हमारी जवाबी कार्रवाई का तरीका क्या हो, इसके टार्गेट्स कौन से हों और इसका समय क्या हो, इस प्रकार के ऑपरेशनल निर्णय लेने के लिए सैन्य बलों को खुली छूट है.
उल्लेखनीय है कि यह आतंकी हमला 22 अप्रैल को हुआ था जब कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में अज्ञात आतंकियों ने फायरिंग कर 26 निर्दोष नागरिकों, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, की निर्मम हत्या कर दी थी. इस हमले को हाल के वर्षों में नागरिकों पर हुआ सबसे बर्बर हमला माना जा रहा है. घटना में शामिल आतंकी वारदात को अंजाम देने के बाद जंगल की तरफ भाग निकले. घटना के बाद से पूरे देश की नजर सरकार के अगले कदम पर टिकी हुई है.
तीनों सेना प्रमुखों और रक्षा मंत्री के साथ मीटिंग के ठीक बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत भी पीएम मोदी से मिलने के लिए पीएमओ पहुंचे. दोनों के बीच में अहम बैठक भी चल हुई. भागवत के साथ कुछ अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
आतंकी हमले के ठीक दो दिन बाद यानी 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर गए थे. जहां, उन्होंने मधुबनी जिले में आयोजित राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने आतंकियों और उनके आकाओं को कड़ी चेतावनी भी दी. पीएम ने कहा कि जिन्होंने भी यह हमला किया है उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी.