शिक्षा/साहित्य

मेडिकल प्रोफेशन में मानवता सर्वोच्च : मंडलायुक्त

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर की व्हाइट कोट सेरेमनी में बतौर मुख्य अतिथि दी आयुक्त श्री अन्जनेय कुमार सिंह ने नेक सलाह

ख़ास बातें 

  • कुलाधिपति बोले, मान लो तो हार और ठान लो तो होगी जीत
  • व्हाइट कोट उम्मीदों का प्रतीक, आप इसकी वैल्यू को समझेंगे
  • ऑडी में मेडिकल छात्र-छात्राओं ने बिखेरा हुनर का जलवा
  • टीएमयू के 150 नवागत एमबीबीएस स्टुडेंट्स ने ली चरक शपथ

मुरादाबाद,  23   फरबरी ( प्रो0 भाटिया) ।    तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में मुरादाबाद के मंडलायुक्त श्री अन्जनेय कुमार सिंह बोले, मेडिकल के स्टुडेंट्स नई जिंदगी के नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं। यह एक शुरूआत है, जिसमें न मुश्किलें कम होनी हैं, न आराम हैं। आप जितना संघर्ष करते हैं, उतना ही मजबूत होते हैं। संघर्ष कभी रूकना नहीं चाहिए। समाज के लिए डॉक्टर्स आइकॉन के मानिंद होते हैं। आप मरीज को संतुष्ट करें। चूंकि आप पेशेंट के भरोसे का केन्द्र हैं। मेडिकल प्रोफेशन में हर कदम पर चुनौतियां है। पेशेवर के संग-संग आप इंसान हमेशा बने रहें। जो रोल आप चाहते हैं वही रोल हर समय मिले ऐसा संभव नहीं है। इसीलिए जो रोल भी आपको मिले उसे बखूबी निभाओ। आयुक्त श्री सिंह तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर की ओर से व्हाइट कोट सेरेमनी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पूर्व मां सरस्वती के समक्ष मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलन करने कार्यक्रम का शंखनाद किया। इस मौके पर कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन, श्री अभिषेक कपूर, डॉ.अजय पंत, डॉ. एस के जैन, डॉ. विश्वनायक, डॉ. वीके सिंह, श्री अजय गर्ग, श्री विपिन जैन, डॉ. सीमा अवस्थी, डॉ. प्रीथपाल मटरेजा आदि की गरिमामयी मौजूदगी रही। संचालन मेडिकल फैकल्टी डॉ. सुप्रीति भटनागर स्टुडेंट्स नंदिनी दास और शिवम सिरोही ने किया। व्हाइट कोट सेरेमनी में मुख्य अतिथि और अतिथियों ने 150 नवागत छात्र-छात्राओं को एप्रेन पहनाएं। सभी स्टुडेंट्स को डॉ. सौम्या ने चरक शपथ दिलाई। समापन राष्ट्रगान के संग हुआ। इस मौके पर सभी अतिथियों का बुके देकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

 

मुख्य अतिथि बोले, मेडिकल प्रोफेशन में इंसानियत का होना जरूरी है। हमें अपने पेशे के प्रति पूर्ण ईमानदार रहना है। सच को स्वीकार करना सीखें। जैसे दिन के बाद रात है और रात के बाद दिन वैसे ही जीवन में सुख और दुख हैं। जो संघर्ष करता है, वही आगे बढ़ता है। ईसीजी का उदाहरण देते हुए कहा, ईसीजी की तरंगों के समान ही अप और डाउन होते हुए चलना ही जिंदगी है। आप अपने आप में यूनिक हैं। दूसरों से अपनी तुलना न करें। जीवन महत्वपूर्ण है। अपनी नजरों में गिरना ही सबसे खराब है। कोरोना का उदाहरण देते हुए बोले, हमारा काम कोशिश करना है, हार मानना नहीं। जो व्यवहार आपको पसंद नहीं है, वह दूसरों के साथ न करें। व्हाइट कोट उम्मीद का प्रतीक है। आप इसकी वैल्यू को समझेंगे। आपका प्रोफेशन जिंदगी देने वाला प्रोफेशन है। आप प्रकृति के नियमों के साथ चलेंगे। अंत में उन्होंने स्टुडेंट्स को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए एक्सीलेंस प्रोफेशन्स के संग-संग एक्सीलेंस मानव बनने की उम्मीद जताई। टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन स्टुडेंट्स के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए बोले, जीवन में कोई काम ऐसा नहीं है जिसमें दुश्वारियां न हों। जिसमें असफलताएं न हों। जीत और हार आपकी सोच पर निर्भर करती है। मान लो तो हार होगी और ठान लो तो जीत होगी। 150 स्टुडेंट्स का व्हाइट कोट सेरेमनी में शामिल होना टीएमयू के लिए गौरव की बात है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आप तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी से एक उम्दा डॉक्टर बनकर निकलेंगे। व्हाइट कोट सेरेमनी के दौरान मेडिकल के छात्र-छात्राओं ने मनमोहक नृत्य और मधुर गायन से सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में डॉ. संगीता कपूर, डॉ. मजहर मकसूद, डॉ. उमर फारूख, डॉ. जिगर हरिया, डॉ. निधि शर्मा, डॉ. श्रुति चांडक, डॉ. साधना सिंह आदि की भी मौजूदगी रही।

 

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