उत्तरकाशी में गंगा स्वच्छता को गति देने के निर्देश, 20 से 30 सितम्बर तक चलेगा विशेष अभियान
उत्तरकाशी, 12 सितम्बर। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला गंगा समिति (नमामि गंगे) की बैठक आयोजित हुई। बैठक में गंगोत्री से चिन्यालीसौड़ और डामटा से जानकीचट्टी तक सीवर, एफएसटीपी और अन्य कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिए कि 20 से 30 सितम्बर तक विशेष अभियान चलाया जाए। इस दौरान ऐसे होटल एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान जो अब तक एसटीपी से नहीं जुड़े हैं, उनका अनिवार्य रूप से पंजीकरण सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, गंगोत्री धाम के शेष हाउसहोल्ड्स को सीवर सुविधा से जोड़ने के लिए निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई को शीघ्र डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास 20 से अधिक कमरों वाले 123 होटल पंजीकृत हैं। इनमें से 104 होटल एसटीपी से जुड़ चुके हैं, जबकि शेष पर कार्रवाई जारी है।
जिलाधिकारी ने गंगा और उसकी सहायक नदियों को स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त रखने के लिए वृहद स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन के उचित निस्तारण, नगर निकायों में नियमित डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, कचरे का पृथक्करण और जनता को गीले व सूखे कचरे के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया।
बैठक में डीएफओ डीपी बलूनी, जिला खनन अधिकारी प्रदीप कुमार, पर्यावरण विशेषज्ञ स्वजल प्रताप मटूड़ा, गंगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र बिष्ट, जयप्रकाश भट्ट सहित समिति के अन्य पदाधिकारी एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
