सेरा गाँव में भव्य व दिव्य श्रीमदभागवत कथा सुनने पहुंचे श्रद्धालु कथावाचक अनिल सती करा रहे भागवत कथा का रसपान
गोपेश्वर,29 मई(उहि)।
जनपद चमोली घाट प्रखंड के अन्तर्गत सेरा गाँव में सम्पूर्ण ग्रामीणों के सहयोग से पित्र देवताओं के मोक्ष के लिये श्रीमदभागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में समस्त क्षेत्रवासी गाँव के सभी बुजुर्गों और धियाण को भी आमंत्रित किया गया है।
भागवत कथा दिव्य और भव्य है। अवतार सिंह गुसाईं अपने स्वर्गीय
पिता गोविंद सिंह गुसाईं, ताऊजी इन्द्र सिंह गुसाईं, दादा व बड़े भाई और अन्य समस्त पित्रों के निमित्त श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है 27 मई से प्रारम्भ हुआ यह आयोजन दो जून को ब्रम्ह भोज के साथ सम्पन्न होगा। परिवार के सदस्यों में महिपाल गुसाईं , बिजय सिंह गुसाईं देवेन्द्र सिंह गुसाईं बिरेंद्र सिंह गुसाईं नन्द सिंह गुसाईं बिनोद प्रकाश आदि।
दूर दराज से आये श्रद्धालु प्रसिद्ध कथावाचक अनिल सती के मुखारबिंद से लोग कथा का रसपान कर रहे हैं। कथा का रसपान कराते हुए आचार्य सती ने श्रधालुओं से सदाचार का पालन करते हुए बुरी आदतों का परित्याग करने का आह्नान किया।
उन्होने कहा कि आज समाज की सबसे बड़ी समस्या नशा है। लोग शराब का सेवन कर न सिर्फ अपना बल्कि पूरे समाज का अहित कर रहे हैं। शराब का सेवन उतराखण्ड के लिए बहुत दुखदाई पहलू है। यह देवभूमि है। समाज को इसकी मर्यादा का ध्यान रखना होगा। भगवान के द्वार पर आस्था के साथ जाना चाहिए। आप जो करेंगे, वही कालान्तर में आपके बच्चे करेगें। इससे सिर्फ दुख मिलेगा। उन्होने कहा कि जहां पर लोग शराब पीकर जाते हो, ऐसी कथा सुनने का कोई लाभ नहीं होता। कथा श्रवण का असली सार यही है कि बुराइयों से दूर रहें, अपनी संस्कृति और संस्कारों से जुड़े रहें, तभी जीवन की सार्थकता भी है। उन्होंने कहा कि ग्राम देवता और पित्रों का सदैव स्मरण करना चाहिए। जीवन की तमाम बाधाएं खुद ब खुद दूर हो जाती हैं।
भागवताचार्य अनिल सती के साथ दामोदर प्रसाद तिवारी, आशीष त्रिपाठी, दीपक त्रिपाठी, विकास कोवियाल जप – पाठ कर रहे हैं। हरीश नोदिया, मनीश बलोधी, अन्कित गैरोला, रोहित सती आदि इस अवसर पर मौजूद थे। कथा श्रवण के लिए विपरीत मौसम के बावजूद भारी संख्या में ईस्ट मित्र और ग्रामीण पहुँच रहे हैं। क्षेत्र में अपनी तरह का यह अनूठा आयोजन आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।