आपदा/दुर्घटना

महेन्द्र भट्ट पहुंचे थराली-देवाल: राहत कार्य जारी, 9 दिन बाद भी बुजुर्ग लापता

-हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट-

थराली, 30 अगस्त। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें थराली और देवाल विकासखंडों में आई आपदा को पूरी गंभीरता से ले रही हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जोशीमठ और धराली की तर्ज पर थराली और देवाल क्षेत्र के आपदा पीड़ितों को हर संभव सहायता दी जाएगी।

शनिवार को सांसद भट्ट ने आपदाग्रस्त थराली और चेपड़ो क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। इसके बाद तहसील कार्यालय सभागार में विभागीय अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और आपदा पीड़ितों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उपजिलाधिकारी पंकज भट्ट ने 22 अगस्त को आई आपदा के बाद किए गए राहत और बचाव कार्यों की जानकारी दी।

लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के ईई रमेश चंद्र और एई जे.के. टम्टा ने बताया कि आपदा के कारण 22 सड़कें बंद हो गई थीं, जिनमें से 15 को खोल दिया गया है, जबकि 7 अब भी बंद हैं। आरडब्ल्यूडी के एई ने बताया कि करीब 25 पुल बह गए हैं। इस पर थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने रिपोर्ट को गलत ठहराते हुए कहा कि पुलों को अधिक नुकसान हुआ है। उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिया कि पटवारियों से विस्तृत रिपोर्ट मंगवाई जाए।

बैठक में बताया गया कि आपदा के कारण जीजीआईसी, जीआईसी थराली और शिशु मंदिर थराली को खतरा है। बिजली विभाग के एसडीओ अतुल कुमार ने कहा कि 80% क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल हो गई है और शेष क्षेत्र में रविवार तक बिजली पहुंचा दी जाएगी। पेयजल व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित है, जिसकी बहाली के प्रयास जारी हैं।

सीएचसी थराली के प्रभारी डॉ. अमित टम्टा ने बताया कि भवन के पीछे भारी मलबा जमा होने के कारण चिकित्सालय को अस्थायी रूप से जिला पंचायत भवन में शिफ्ट किया गया है। सांसद भट्ट ने स्वास्थ्य विभाग को आपदाग्रस्त गांवों में चिकित्सकीय टीमें भेजने के निर्देश दिए।

देवाल प्रमुख तेजपाल रावत और अन्य जनप्रतिनिधियों ने पिंडर घाटी, बलाण, सोल, कुरूड़, पार्था आदि क्षेत्रों में सड़कों के टूटने से खाद्यान्न संकट की आशंका जताई। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता विवेक पुरोहित और संतोष नेगी ने बताया कि 40 मजदूरों को घरों और दुकानों से मलबा हटाने में लगाया गया है। अब तक 15 दुकानों और 10 घरों से मलबा हटा लिया गया है।

नगर पंचायत अध्यक्ष सुनीता रावत ने सौर स्ट्रीट लाइट लगाने, पर्यावरण मित्रों की संख्या बढ़ाने और घर-दुकानों से मलबा हटाने की मांग की। आबादी क्षेत्रों और सड़क किनारे खतरनाक पेड़ों को काटने की मांग पर वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वन निगम को निर्देश दिए गए हैं, लेकिन निगम भुगतान की बात कर रहा है। इस पर एडीएम विवेक प्रकाश ने कहा कि आपदा के तहत बिल बनवाकर जिला प्रशासन को भेजें, भुगतान कर दिया जाएगा।

बैठक में आपदा पीड़ित जय सिंह बिष्ट ने शिकायत की कि उनका मकान क्षतिग्रस्त होने के बावजूद पीएमजीएसवाई कर्णप्रयाग द्वारा सड़क का मलबा उनके घर के ऊपर डाला जा रहा है। सांसद भट्ट ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। विधायक भूपाल राम टम्टा ने भी प्रशासन और सामाजिक संगठनों के प्रयासों की सराहना की।

बैठक में पूर्व प्रमुख राकेश जोशी, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख जय सिंह बिष्ट, डीएवी कॉलेज देहरादून के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष दयाल बिष्ट, देवाल भाजपा मंडल अध्यक्ष उमेश मिश्रा, महामंत्री नरेंद्र बागड़ी, नरेंद्र बिष्ट आदि मौजूद रहे।

9 दिन बाद भी लापता बुजुर्ग का कोई सुराग नहीं

आपदा के नौ दिन बाद भी चेपड़ो गांव के लापता बुजुर्ग गंगा दत्त जोशी का कोई पता नहीं चल सका है। थराली थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने सांसद को बताया कि चेपड़ो गांव से मलबा हटा लिया गया है, लेकिन लापता बुजुर्ग का सुराग नहीं मिल पाया है। पिंडर नदी में भी सर्च ऑपरेशन जारी है।

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