एनसीईआरटी के कक्षा VI के पाठ्यक्रम में ‘वीर अब्दुल हमीद’ पर एक अध्याय
‘राष्ट्रीय युद्ध स्मारक’ कविता इसके पीछे की भावना की सराहना करती है। ‘वीर अब्दुल हमीद’ शीर्षक वाला अध्याय बहादुर सीक्यूएमएच अब्दुल हमीद के सम्मान में है, जिन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान देश की खातिर लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया था और उन्हें देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया था।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की स्थापना प्रत्येक नागरिक में उच्च नैतिक मूल्यों, बलिदान, राष्ट्रीयता की भावना और अपनापन जगाने तथा राष्ट्र की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को उपयुक्त श्रद्धांजलि देने के लिए की गई थी।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (एनडब्ल्यूएम) की ब्रांडिंग एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्मारक के रूप में करने की दिशा में शुरू की गई कार्य योजना के अंतर्गत रक्षा मंत्रालय ने पाठ्यक्रम में एनडब्ल्यूएम और संबंधित संदर्भ/सामग्री को जोड़ने के लिए शिक्षा मंत्रालय/एनसीईआरटी के साथ मिलकर कार्य किया है।