ब्लॉगस्वास्थ्य

चिकित्सीय कैनाबिस (मेडिकल गांजा) के लाभों के बहुत कम प्रमाण मिले

 

लेखक : जेन हॉफमैन

(न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट)

दर्द, चिंता और नींद से जुड़ी समस्याओं के इलाज के लिए अमेरिका में लाखों लोग कैनाबिस (गांजा) का सहारा लेते हैं। अब यह 40 राज्यों में चिकित्सीय उपयोग के लिए कानूनी है। लेकिन पिछले 15 वर्षों के शोध की एक नई समीक्षा इस निष्कर्ष पर पहुंचती है कि इसके लाभों के प्रमाण अक्सर कमजोर या अनिर्णायक हैं, और लगभग 30 प्रतिशत मेडिकल कैनाबिस मरीज कैनाबिस उपयोग विकार (Cannabis Use Disorder) के मानदंडों पर खरे उतरते हैं।

“इस समय अधिकांश उन स्थितियों के लिए, जिनके इलाज के लिए लोग कैनाबिस का उपयोग कर रहे हैं, कैनाबिस या कैनाबिनॉइड्स के इस्तेमाल का समर्थन करने वाले ठोस प्रमाण मौजूद नहीं हैं,” यह कहना है डॉ. माइकल ह्सू का, जो कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में नशा-चिकित्सा के विशेषज्ञ और क्लिनिकल इंस्ट्रक्टर हैं। वे इस समीक्षा के प्रमुख लेखक भी हैं, जो पिछले महीने प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल जामा (JAMA) में प्रकाशित हुई। (कैनाबिस पूरे पौधे को कहा जाता है, जबकि कैनाबिनॉइड्स इसके विभिन्न रासायनिक यौगिक होते हैं।)

यह विश्लेषण ऐसे समय में सामने आया है, जब कैनाबिस उत्पादों को तेजी से सामाजिक स्वीकार्यता मिल रही है और यह 32 अरब डॉलर का उद्योग बन चुका है। इस समीक्षा के लिए, देशभर के शैक्षणिक चिकित्सा केंद्रों के नशा-विशेषज्ञों ने अमेरिका और कनाडा में हुए 2,500 से अधिक क्लिनिकल ट्रायल्स, दिशानिर्देशों और सर्वेक्षणों का अध्ययन किया। उन्होंने पाया कि जिन स्वास्थ्य उद्देश्यों के लिए आम जनता कैनाबिस की ओर रुख करती है और जिन उपयोगों के लिए वैज्ञानिक ‘स्वर्ण मानक’ शोध इसके प्रभाव को साबित करता है, उनके बीच एक बड़ा अंतर है।

शोधकर्ताओं ने डिस्पेंसरी में बिकने वाले मेडिकल कैनाबिस और औषधीय-ग्रेड कैनाबिनॉइड्स के बीच भी स्पष्ट अंतर बताया। औषधीय-ग्रेड कैनाबिनॉइड्स वे सीमित दवाएं हैं जिन्हें अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने मंजूरी दी है। इनमें या तो कम मात्रा में टीएचसी (THC – नशीला तत्व) होता है या फिर सीबीडी (CBD – गैर-नशीला तत्व) शामिल होता है।

इन दवाओं में मैरिनोल, सिंड्रोस और सेसामेट शामिल हैं, जो सामान्य फार्मेसियों में पर्चे पर उपलब्ध हैं। इनका उपयोग कीमोथेरेपी से होने वाली मतली को कम करने, गंभीर बीमारियों जैसे एचआईवी/एड्स से पीड़ित मरीजों की भूख बढ़ाने और कुछ बाल-न्यूरोलॉजिकल विकारों में राहत देने में प्रभावी पाया गया है।

हालांकि, शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि डॉक्टरों को स्वयं मेडिकल कैनाबिस की स्पष्ट समझ नहीं है। उन्होंने 2021 की एक समीक्षा का हवाला दिया, जिसमें दुनिया भर के केवल 33 प्रतिशत चिकित्सकों ने ही स्वीकार किया कि उन्हें मेडिकल कैनाबिस के बारे में पर्याप्त जानकारी है, जबकि 86 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें इस विषय पर और शिक्षा की आवश्यकता है।

दर्द एक प्रमुख कारण है, जिसके चलते लोग मेडिकल कैनाबिस का उपयोग करते हैं। लेकिन समीक्षा में इस बात के कोई प्रमाण नहीं मिले कि कैनाबिस तीव्र (एक्यूट) दर्द को कम कर सकता है। इसमें अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी (2024) के दिशानिर्देशों का भी उल्लेख किया गया, जिनमें कहा गया है कि कैंसर से जुड़े दर्द में कैनाबिस के उपयोग के पक्ष या विपक्ष में पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं।

लंबे समय तक रहने वाले, गैर-कैंसर दर्द के इलाज में कुछ हद तक मिश्रित परिणाम सामने आए। आठ परीक्षणों के विश्लेषण में पाया गया कि टीएचसी और सीबीडी के उच्च अनुपात वाली कुछ संरचनाएं दर्द में कुछ राहत दे सकती हैं, लेकिन उनका दैनिक कार्यक्षमता पर कोई उल्लेखनीय प्रभाव नहीं पड़ा।

कई चिकित्सीय संगठनों ने, जामा के लेखकों के अनुसार, कैनाबिस को प्रथम-पंक्ति उपचार (फर्स्ट-लाइन थेरेपी) के रूप में इस्तेमाल न करने की सलाह दी है, क्योंकि इसके प्रभावी होने के प्रमाण सीमित हैं। उन्होंने विशेष रूप से कैनाबिस को धूम्रपान या इनहेल करने के खिलाफ चेतावनी दी है, क्योंकि इससे क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

अंततः, शोधकर्ताओं का मानना है कि किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले और अधिक उच्च-गुणवत्ता वाले वैज्ञानिक अध्ययनों की आवश्यकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!