क्षेत्रीय समाचारशिक्षा/साहित्य

कार्यशाला में गणित में सीमा नौटियाल व भाषा में श्वेता रावत के माडल रहे अव्वल

 

गौचर, 13 मार्च (गुसाईं) । अधिगम शिक्षण सामग्री एवं सूचना शिक्षा संचार सामग्री विकसित करने के लिए आयोजित कार्यशाला में गणित में सीमा नौटियाल व भाषा में श्वेता रावत के माडल अव्वल रहे।

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान मे जनपद स्तरीय दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के समन्वयक गोपाल प्रसाद कपरूवाण ने बताया कि एक तस्वीर हजारों शब्दों को बयान कर देती है। एक कार्यशील अधिगम शिक्षण सामग्री बच्चे के मस्तिष्क में कई चित्र जोड़ती है।

प्रारंभिक कक्षाओं में लक्षित शिक्षण के लिए कुछ ठोस सामग्री की आवश्यकता होती है। 3 से 9 वर्ष आयु वर्ग उम्र में बच्चे के मस्तिष्क में तंत्रिका कनेक्शन तेजी से विकसित होते हैं। इस उम्र में बच्चे जितने अधिक संवेदी अंगों का उपयोग करते है उनके दिमाग में तंत्रिकाओं के उतने ही अधिक कनेक्शन विकसित होते हैं सीखना काफी हद तक स्थायी होता है। राजकीय प्राथमिक विद्यालयों के विकास खंडों से चयनित समर्पित शिक्षकों ने अधिगम शिक्षण सामग्री के विकास के दौरान बेहतरीन प्रयास किए। विकसित की गई अधिकांश सामग्री बहु-विषयक और बहु-शिक्षण परिणामों पर आधारित थी शिक्षकों ने उन्हें बहुत प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया।

आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता सुनिश्चित करने के लिए निपुण भारत मिशन के अंतर्ग कार्यशाला में
जनपद चमोली के विभिन्न विकासखण्डों से 23 प्रतिभागियों ने गणित तथा 24 प्रतिभागियों ने हिन्दी भाषा में अधिगम शिक्षण सामग्री के विकास व निर्माण के माडल प्रस्तुत किए।

डायट स्तर पर अधिगम शिक्षण सामग्री गणित में राजकीय प्राथमिक विद्यालय निजमूला की सीमा नौटियाल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय घनियाल थराली की किरन सैंजवाल, प्राथमिक विद्यालय घतोडा कर्णप्रयाग की बबीता नेगी, प्राथमिक विद्यालय कर्णप्रयाग की विनीता तथा प्राथमिक विद्यालय चौंडी पोखरी के विनोद सिंह रौतेला के माडल चयनित किए गए ।

इसी प्रकार हिंदी भाषा में आदर्श प्राथमिक विद्यालय नैनीसैंण कर्णप्रयाग की श्वेता रावत, प्राथमिक विद्यालय गुडम स्टेट थराली की पूनम दानू, पीएमश्री प्राथमिक विद्यालय कल्याड़ी की रजनी नेगी, राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय गौचर कर्णप्रयाग की अलका शाह, प्राथमिक विद्यालय खाल पोखरी की बीना वशिष्ठ के माडल चयनित किए गए। सभी चयनित प्रतिभागी राज्य स्तर पर जनपद का प्रतिनिधित्व करेंगे।

डायट के वरिष्ठ संकाय सदस्य रविंद्र सिंह बर्त्वाल, योगेंद्र सिंह बर्त्वाल, सुबोध डिमरी व प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय रिठोली की प्रधानापिका पानू चौहान ने मूल्यांकन प्रक्रिया में निर्णायक की भूमिका निभाई।

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रभारी प्राचार्य राजेंद्र प्रसाद मैखुरी ने सभी प्रतिभागियों के प्रयासों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने सभी को अपने द्वारा बनाये गई अधिगम शिक्षण सामग्री का लाभ अपने संकुल, विकासखंड व जनपद के सभी विद्यालयों तक पहुंचाने के लिए भी प्रेरित किया। साथ ही राज्य स्तर में प्रतिभाग हेतु शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन एफएलएन समन्वयक गोपाल कपरुवान द्वारा किया गया।

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