सैन्य नर्सिंग सेवा ने मनाया 99वां स्थापना दिवस
The Military Nursing Service, established in 1926, has grown into a robust and indispensable part of the Indian Armed Forces. Over the past 99 years, it has evolved into a highly skilled and specialized cadre, committed to providing the best possible medical care to Indian soldiers and their families. The Military Nursing Service continues to uphold its mission of “Service before Self,” and the motto ‘Service with Smile’ that resonates deeply with every MNS officer in the service.

नयी दिल्ली, 1 अक्टूबर। सैन्य नर्सिंग सेवा (एमएनएस) ने 1 अक्टूबर 2024 को अपना 99वां स्थापना दिवस धूमधाम और गर्व के साथ मनाया। सैन्य नर्सिंग सेवा के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल इग्नाटियस डेलोस फ्लोरा ने वरिष्ठ एमएनएस अधिकारियों और दिग्गजों की उपस्थिति में राष्ट्रीय समर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
नई दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) स्थित एमएनएस ऑफिसर्स मेस में सुबह केक काटकर एक औपचारिक समारोह आयोजित किया गया। यह समारोह सेवा के सौहार्द और पेशेवर उत्कृष्टता का प्रमाण है, जिसने भारतीय सैनिकों के स्वास्थ्य और कल्याण में विशेष रूप से युद्धों, संघर्षों और राष्ट्रीय आपात स्थितियों के दौरान एक अपरिहार्य भूमिका निभाई है।
थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अपने संदेश में एमएनएस अधिकारियों की सराहना की जिन्होंने सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी मरीजों की देखभाल के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता दिखाई। उन्होंने सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाओं के शक्ति स्तंभ के रूप में एमएनएस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया ।
1926 में स्थापित सैन्य नर्सिंग सेवा भारतीय सशस्त्र बलों का एक मजबूत और अपरिहार्य हिस्सा बन गई है। पिछले 99 वर्षों में यह एक अत्यधिक कुशल और विशिष्ट कैडर के रूप में विकसित हुई है, जो भारतीय सैनिकों और उनके परिवारों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। सैन्य नर्सिंग सेवा “स्वयं से पहले सेवा” के अपने मिशन और ‘मुस्कान के साथ सेवा’ के आदर्श वाक्य को कायम रखती है, जो सेवा में प्रत्येक एमएनएस अधिकारी के साथ गहराई से जुड़ता है