मोनो क्रॉपिंग नहीं, मल्टी क्रॉपिंग की दरकार
ख़ास बातें
- टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह बोले, कृषि क्षेत्र में असीमित संभावनाएं
- नवागत स्टुडेंट्स के लिए 04 साला कोर्स स्वर्णिम सिद्ध होगा: रजिस्ट्रार
- अति आधुनिक सहूलियतों का करें बेहतर उपयोग: डॉ. मंजुला जैन
- इस बार दस सूबों के 127 स्टुडेंट्स ने लिया प्रवेश: प्रो. एमपी सिंह
- तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के अफसरों ने विस्तार से बताए कायदे-कानून
–प्रो. श्याम सुंदर भाटिया
पद्मश्री श्री भारत भूषण त्यागी ने कहा, कृषि पेशा सम्मानजनक संभावनाओं से लबरेज है। कृषि के प्रति गिरते रुझान के कारणों को समझने की आवश्यकता है। प्रकृति के नियमों के अनुसार कृषि करने के तरीकों में बदलाव समय की दरकार है। मोनोक्रॉपिंग की जगह मल्टी क्रॉपिंग पर ध्यान दिया जाना चाहिए, जिससे काश्तकार एक साथ कई फसलें लेकर अपनी आमदनी बढ़ा सकें, क्योंकि यह बिल्कुल संभव है। पद्मश्री श्री त्यागी तीर्थंकर महावीर कृषि महाविद्यालय में दो दिनी कृषि स्नातक प्रथम वर्ष के ओरिएंटेशन प्रोग्राम में बोल रहे थे। इस प्रोग्राम में कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह, कुलसचिव डा. आदित्य शर्मा, एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला जैन, निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह सरीखी हस्तियों ने भी भाग लिया। इससे पूर्व निदेशक छात्र कल्याण प्रो.एम. पी. सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए उनको तुलसी के पौधे भेंट किए। इसके अलावा कॉलेज और यूनिवर्सिटी के विभिन्न अफसरों ने नवागत विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी के नियमों से अवगत कराया।
पद्मश्री श्री त्यागी ने विद्यार्थियों के साथ अपने जीवन के महत्त्वपूर्ण अनुभवों को साझा करते हुए जैविक खेती के महत्व को फिर से दोहराते हुए कहा, कृषि को इनपुट बेस्ड से बदलकर प्रोडक्शन मैनेजमेंट की ओर ले जाने की जरुरत है। नवागत युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए बोले, तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में दाखिले के बाद आपको ऐसे अनेक अवसर मिलेंगे, जिनसे आप स्वरोजगार की बारीकियों का अध्ययन और चयन अपनी डिग्री के दौरान ही कर सकते हैं। तत्पश्चात आत्मनिर्भर बनाने की ओर अपने कदम उठा सकते हैं।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने बतौर चीफ गेस्ट प्रथम वर्ष के छात्रों से रूबरू हुए कहा, कृषि क्षेत्र में भरपूर संभावनाएं हैं। जरुरत है तो सिर्फ मेहनत करने की और साहस के साथ आगे बढ़ने की। कुलपति ने छात्रों से राष्ट्र, राज्य और तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी का नाम रोशन करने की उम्मीद जताई। 20 दिसंबर को टीएमयू के रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा और एसोसिएट डीन डा. मंजुला जैन मुख्य अतिथि रहे। नए छात्र-छात्राओं का यूनिवर्सिटी में स्वागत करते हुए डा. शर्मा ने कहा, यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि इस बैच में इतने विभिन्न परिवेशों, भाषाओं, राज्यों, संस्कृतियों से विद्यार्थी आए हैं। यह हम सबके लिए एक दूसरे से मिलकर सीखने का सुनहरा अवसर है। उन्होंने उम्मीद जताई कि छात्र एवं छात्राएं अपने जीवन के इस स्वर्णिम काल को सुनहरे अक्षरों में लिखेंगे। उन्होंने छात्रों को एक उम्दा इंसान बनने की सीख दी। एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला जैन ने विद्यार्थियों का टीएमयू परिवार में अभिनन्दन करते हुए विद्यार्थियों से विश्वविद्यालय की समस्त सुविधाएं जैसे लैबोरेट्रीज, लाइब्रेरी, फैकल्टी इत्यादि का बेहतर उपयोग करने की पेशकश की। उन्होंने विद्यार्थियों को उत्साहित करते हुए उम्मीद जताई कि देश की रीढ़ कहे जाने वाली कृषि को वे हर तरह से विकसित करने में योगदान देंगे। निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह ने कहा, हमें यह बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है कि इस वर्ष लगभग 10 राज्यों से 127 विद्यार्थियों का हमारे कॉलेज में प्रवेश हुआ है, जो मील के पत्थर के मानिंद है। इसके अलावा कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी के विभिन्न अधिकारियों ने विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी के नियमों से अवगत करवाया। इनमे डा. आशुतोष अवस्थी- करिकुलम, एंटरप्रेन्योरशिप एंड आईआईसी, डॉ. कुलदीप मिश्रा- कैंपस इन चार्ज, डॉ. आकांक्षा सिंह- एक्सटेंशन एक्टिविटीज, श्री शुभम शर्मा एवं श्री लोकेश-ईआरपी और ओलम्पस, स्पोर्ट्स एक्टिविटीज, डॉ. विपिन जैन एवं डॉ. हरवीर सिंह चीमा- चीफ प्रॉक्टर, डॉ. शाकुली सक्सेना- प्लेसमेंट, वीमेन एम्पावरमेंट, संजीव पांडेय- चीफ हॉस्टल वार्डन, सुषमा भदौरिया- हॉस्टल वार्डन एवं उत्तम तिवारी- हॉस्टल वार्डन, तलत परवेज़- बस सर्विस, डॉ. अर्पित हुडिया- एग्री चौपाल, श्री पंकज कुमार- लाइब्रेरी, डॉ. प्रदीप अग्रवाल एवं डॉ. विनीत कुमार- एग्जाम कोऑर्डिनेटर, डॉ. अर्चना नेगी- कल्चरल एक्टिविटीज ने विभिन्न रूल्स, रेगुलेशंस और फैसिलिटीज ने नए विद्यार्थियों को अवगत करवाया ।