राष्ट्रीय

कम ठंडक वाली सेब की किस्मों पर सामुदायिक संसाधन प्रबंधन परियोजना समुदायों का क्षमता निर्माण

इम्फाल,19दिसंबर(उ हि)।मणिपुर के उखरूल जिले और मेघालय के पश्चिम खासी हिल्स जिले में भारत सरकार के पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के अंतर्गत पूर्वोत्तर क्षेत्र सामुदायिक संसाधन प्रबंधन सोसाइटी (एनईआरसीआरएमएस), शिलांग द्वारा पायलट आधार पर कम ठंडक वाली सेब की किस्मों की शुरुआत की गई थी। इसे भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (सीएसआईआर-आईएचबीटी), पालमपुर के सहयोग से वर्ष 2018-19 में शुरू किया गया था।

सेब के पौधों का रोपण एक मौसमी गतिविधि है और अक्टूबर से मार्च के दौरान उसका सीजन होता है। एनईसी ने सीएसआईआर-आईएचबीटी के परामर्श के साथ अक्टूबर 2018 से मार्च 2019 के बीच 63.63 लाख रुपये की लागत से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया था। समुदायों और उखरूल (मणिपुर) एवं पश्चिम खासी हिल्स (मेघालय) की जिला सहायता टीम (डीएसटी) के कर्मचारियों के लिए 2 (दो) बैच के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए गए थे।

इन 2 बैचों (मणिपुर के उखरूल जिला और मेघालय के पश्चिम खासी हिल्स से) के तहत 5 अधिकारियों/ कर्मचारियों और 30 किसानों को प्रशिक्षित किया गया। मणिपुर के उखरूल और मेघालय के पश्चिम खासी हिल्स में लाभार्थियों के बीच 4,000 पौधे वितरित किए गए।

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