अनशनकारी नागनाथ पोखरी पीजी कॉलेज के छात्रों में से एक ने अनशन तोड़ा तो दूसरा बैठा
पोखरी, 6 अक्टूबर (राणा) । चार सूत्रीय मांगों को लेकर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी के छात्र संघ पदाधिकारियों का तहसील परिसर में अनशनआज तीसरे दिन भी जारी रहा। लेकिन एक अनशनकारी छात्र का स्वास्थ्य गिरने के कारण उसके अभिभावक उसका अनशन तुड़वाकर उसेघर ले गये।
महाविद्यालय मे एनसीसी खोलने, पी जी स्तर पर पर स्वीकृत विषयों की सम्पूर्ण स्वीकृति, प्राचार्य सहित स्नातक स्तर पर अर्थशास्त्र, अंग्रेजी एवम रसायन विज्ञान विषयों के प्राध्यापकों की नियुक्ति, महाविद्यालय में सीसी मार्ग के निर्माण की चार सूत्रीय मांगों को लेकर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी के छात्र सघ पदाधिकारी मोहित नेगी और साहिल विगत 4 अक्टूबर से तहसील परिसर मे अनशन पर बैठे हुए हैं लेकिन एक छात्र का स्वास्थ्य बिगड़ने पर उसने अनशन तोड़ दिया। उसकी जगह दूसरा छात्र अनशन पर बैठ गया।
आज सीएचसी के डाक्टर प्रियम गुप्ता के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मियों ने अनशन पर बैठे हुए छात्रों का मेडिकल चेकअप किया जिसमेें साहिल के लो ब्लड प्रेशर तथा खून में कीटोन की मात्रा कुछ अधिक पाये जाने तथा पेशाब होने मे समस्या पायी गयी ।
साहिल के स्वास्थ्य की समस्या को देखते हुए थानाध्यक्ष विनोद चौरसिया और नायब तहसीलदार अनुराग शर्मा के नेतृत्व में पुलिस द्बारा साहिल को उसकी माता के सामने सीएचसी ले जाया गया जहां उसे मेडिकल उपचार देने के बाद वह अपना अनशन समाप्त कर घर चला गया ।
आज तीसरे दिन सदीप नेगी भी अनशन पर बैठ गये हैं ।जबकि मोहित नेगी विगत चार अक्टूबर सेअनशन पर बैठे हुए हैं । आंदोलनकारी छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मागें पूरी नही होती हैं तब तक उनका आंदोलन अनशन जारी रहेगा या प्रशासन के द्बारा उन्हें लिखित आश्वासन दिया जाय तभी वे अनशन समाप्त करेंगे ।
वहीं उपजिलाधिकारी कमलेश मेहता का कहना है कि छात्रों से बात की जा रही है । उन्हें समझाया जा रहा है ।उनकी मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर दिया गया है ।
इस अवसर पर विश्व विद्यालय प्रतिनिधि अंकित चौधरी, पूर्व विश्व विद्यालय प्रतिनिधि प्रवेश भण्डारी, छात्र संघ अध्यक्ष सचिन नेगी, आकाश चमोला, मोहित नेगी, सौरभ रमोला, कुमारी लक्षमी आंचल भण्डारी, सृष्टि, प्रशात टम्टा सहित तमाम छात्र छात्राये मौजूद थे । ।