आपदा/दुर्घटना

बद्रीनाथ मार्ग पर पागल नाले के साथ ही दूसरा नासूर बन रहा है पाताल गंगा का लैंडस्लाइड

-जोशीमठ से प्रकाश कपरूवाण –
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग पर पिछले छः दशक से नासूर बन चुका टंगणि पागल नाला तो आए दिन अवरुद्ध होने से बाधित हो ही रहा है अब पाताल गंगा मे एक नया स्लाइड जोन तैयार होने से यह स्थान बेहद खतरनाक बन गया है।

पाताल गंगा स्थान पर यूँ तो काफी पहले से चट्टान टूटने से मार्ग अवरुद्ध होता रहता था, रोज रोज की समस्या से निजात मिले इसके लिए स्लाइडिंग जोन एरिया मे सुरंग निर्माण किया गया, और सुरंग बनने से वर्षों तक यातायात भी इस स्थान पर सुचारू रहा।
लेकिन इस वर्ष इसी वर्षात मे सुरंग के मुहाने के ऊपर से ही चट्टान टूटने से सुरंग का मुहाना तो क्षतिग्रस्त हुआ ही उस स्थान पर स्थिति बेहद खतरनाक हो गई है।

इन दिनों प्रतिदिन इस स्थान पर चट्टानी मलबा आने से मार्ग तो अवरुद्ध हो ही रहा है, आवागमन के दौरान भी चट्टान से मलबा व बोल्डर आने का खरता बना हुआ है।
चट्टान टूटने व मार्ग अवरुद्ध होने के कारण न केवल श्री बद्रीनाथ व हेमकुंड साहिब-लोकपाल के तीर्थ यात्री, कांवड़िये, बल्कि सेना, अर्द्धसैनिक बलों को भी जान जोखिम मे डालकर आवाजाही करने को विवश होना पड़ रहा है।

देश तकनीकी के क्षेत्र मे भले नई ऊंचाइयां छू रहा है लेकिन टंगणि पागल नाले का पिछले छः दशक से कोई स्थाई उपचार नहीं हो सका, जबकि इस स्थान पर कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी है।

( कवर  फोटो- मलबा आने के बाद पातालगंगा सुरंग का मुहाना कुछ इस तरह मलबे से पट जाता है।)

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