गणतंत्र दिवस समारोह से लौटे सीमान्त वाइब्रेंट विलेज के प्रधानों का गौचर में ITBP द्वारा स्वागत
गौचर, 30 जनवरी ( गुसाईं) । वाईब्रेण्ट वेलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती गावों के ग्राम प्रधानों द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के बाद वापसी में यहां पहुंचने पर आई टी बी पी की 8 वीं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
गृह मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में 75 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर आयोजित वाईब्रेंट विलेज प्रोग्राम में आई टी बी पी के सहयोग से उत्तराखण्ड के नीति माणा वेली गांवों के ग्राम प्रधानों, सरपंचों को राजपथ पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल किया गया। कार्यक्रम में शामिल होने के उपरांत देर शाम यहां आई टी बी पी की 8 वीं वाहिनी मुख्यालय गौचर पहुंचने पर वाहनी के द्वितीय कमान अतुल कुमार थवाईत ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
वाईब्रेंट विलेज प्रोग्राम के संदर्भ में अतुल कुमार थवाईत ने बताया कि आई टी बी पी के संयोजन से सीमावर्ती गांवों के 12 पुरुष, 13 महिला व 4 बच्चों सहित कुल 29 ग्राम प्रधानों जनप्रतिनिधियों ने द्वारा भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सीमावर्ती गांवों का व्यापक स्तर पर विकास करना है। ताकि उनके जीवन स्तर में अपेक्षित सुधार हो सके। यही नहीं उनको देश की मुख्यधारा से जोड़ने की भी यह एक पहल है। ऐसा करने से सीमावर्ती क्षेत्रों से पलायन की समस्या को रोका जा सकेगा।
इस कार्यक्रम के तहत सीमावर्ती क्षेत्रों में कृषि, बागवानी, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने से आजीविका सृजन के अवसर पैदा करने योग्य क्षेत्रों की परिकल्पना की गई है। इसके अलावा लोगों में संस्कृति विरासत की भावना का विकास करने का प्रयास किया गया है। ताकि लोग अपनी संस्कृति को जीवंत बनाने में अग्रसर हो सकें। ग्राम प्रधानों को मुख्य धारा में जोड़ने के आशय से भा ति सी पु बल द्वारा प्रधानमंत्री संग्रहालय (त्रिमूर्ति भवन) तथा हुमायूं मकबरा में भ्रमण करवाने के साथ ही सीमा सुरक्षा बल के निजामुद्दीन स्थित कैम्प परिसर में गृहमंत्री अमित शाह से भी ग्राम प्रधानों की मुलाकात करवाई गई।
इस अवसर पर गृहमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती गांवों को विकसित किए वगैर एक विकसित भारत की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होने कहा कि सीमावर्ती गांव अंतिम नहीं बल्कि देश के प्रथम गांव है। सभी ग्राम प्रधानों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से भी रुबरु करवाया गया।
ज्ञातव्य रहे कि आई टी बी पी द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों के समग्र विकास वहां के निवासियों को मुख्यधारा में जोड़ने हेतु समय-समय पर “सिविक एक्शन प्रोग्राम” के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहते हैं।