मोदी के नौ साल के कार्यकाल में जनता निराश – आर्य
देहरादून। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि मोदी सरकार के नौ वर्ष के कार्यकाल ने देश की जनता को निराश किया है और उन्हें अब विपक्ष से सवाल पूछने की बजाए जनता के सवालों का जवाब देते हुए पिछले नौ वर्षों की सरकार का हिसाब देना चाहिए। आर्य ने कहा कि नौ साल पहले भाजपा जनता से जो बड़े-बड़े वादे करके सत्ता में आई, आज उन वादों पर कोई बात नहीं होती है। आज प्रधानमंत्री केवल प्रचार मंत्री और भाजपा नेता के चुनाव प्रचारक की भूमिका में नज़र आते हैं। शायद वे भूल गए हैं कि उनका पहला दायित्व देश के 135 करोड़ लोगों के प्रति है, लेकिन उन्हें हर समय सत्ता ही दिखाई देती है, ऐसा लगता है कि मानो देशवासियों के दुखों से प्रधानमंत्री का कोई लेना देना नहीं है।
आर्य ने कहा कि तीन काले कृषि कानूनों को रद्द करते समय किसानों से किए गए समझौतों का लागू नहीं किया गया। पिछले नौ सालों में किसानों की आय दोगुनी होने की बजाय कम हो गयी है। आज भाजपा सरकार के कारण देश में महंगाई और बेरोजगारी आसमान छू रही है। अमीर और अमीर, गरीब और गरीब होते जा रहे हैं। देश पर कर्ज लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दिसंबर तिमाही में देश पर विदेशी कर्ज सितंबर तिमाही के मुकाबले 1.2 फीसदी बढ़कर 613 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। 2014 तक रुपये की गिरावट को देश की साख और सरकार की नीतियों से जोड़ने वाले प्रधानमंत्री आज रुपये में रिकॉर्ड गिरावट को लेकर मौन क्यों हैं?” आज एक डॉलर 82 रुपये से ऊपर पहुंच गया है।
आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं से वादा किया था कि वह हर वर्ष दो करोड़ रोजगार देंगे, मगर रोजगार देने की बजाय करोड़ों लोगों के रोजगार ही चले गए। सरकार द्वारा सरकारी नौकरियों के लाखों खाली पदों को नहीं भरा जा रहा है। केंद्र के साथ-साथ भाजपा शासित प्रदेशों में भी सरकारी नौकरी की भर्तियां निकाली नहीं जा रही हैं और जो निकाली जा रही हैं, वह लटकाई जा रही है और रद्द की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में कांग्रेस सरकार ने देश की जनता को सूचना का अधिकार कानून दिया था। सूचना के अधिकार से देश में कई करोड़ों के घोटाले उजागर हुए और भ्रष्टाचारी जेलों के अंदर पहुंचे। मगर भाजपा सरकार भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए कानून को खत्म करने पर तुली हुई है।
यशपाल आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री महिलाओं, दलितों, जनजातीय, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर चुप हैं। वह जाति आधारित जनगणना की मांग को नजरअंदाज क्यों कर रहे हैं? भाजपा सरकार द्वारा लगातार संवैधानिक मूल्यों और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। सरकार विपक्षी दलों और नेताओं से बदले की राजनीति कर रही है।
यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार का ध्यान धनबल के दम पर चुनी हुई सरकारों को गिराने पर है। सरकार द्वारा बजट में कटौती करके मनरेगा जैसी जन कल्याण की योजनाओं को कमजोर किया गया। कोरोना के कारण 40 लाख से ज्यादा लोगों की मौत के बावजूद, मोदी सरकार ने उनके परिवारों को मुआवजा देने से इनकार कर दिया। अचानक लॉकडाउन लगाकर लाखों कर्मचारियों और श्रमिकों को घर लौटने पर मजबूर कर दिया और उन्हें कोई मदद भी नहीं दी।
यशपाल आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था। मगर आज देश की महिला पहलवान जिन्होंने विश्व पटल पर देश का नाम रोशन किया, वह न्याय के लिए बीते एक महीने से जंतर मंतर पर धरना दे रही हैं। मगर देश के प्रधानमंत्री चुप्पी साधे हुए बैठे हैं और बेटियों का शोषण करने वाले सांसद को बचाने में जुटे हुए हैं।