लंबे समय बाद चमोली में झमाझम बारिश से सूखती फसलों को मिला जीवन दान
–गौचर से दिग्पाल गुसाईं –
लंबे समय बाद क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश से लोगों को काफी हद तक तपती गर्मी से राहत मिलने के साथ ही सूखने के कगार पर पहुंच चुकी फसलों को भी जीवनदान मिल गया है।
हालांकि 15 जून से बरसात का सीज़न माना जाता है। लेकिन जून माह का तीसरा पखवाड़ा समाप्त होने के बाद भी क्षेत्र में बारिश न होने से तपती गर्मी से जहां लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। वहीं कास्तकारों को इस बात की चिंता सताने लगी थी कि समय रहते मेघ नहीं बरसे तो उनकी मेहनत पर पानी फिर जाएगा।
बारिश न होने की वजह से फसलों के साथ ही पेड़ पौधे भी सूखने के कगार पर पहुंच गए थे कास्तकार देवी देवताओं की शरण जाने लगे थे। इस बार क्षेत्र का तापमान 38 डिग्री को पार कर गया था। तपती गर्मी से पेयजल श्रोतों पर पानी की मात्रा न के समान रहने से क्षेत्र में पेयजल का भी संकट गहरा गया था।
बुधवार को दिनभर चटख धूप खिलने के बाद शाम चार बजे के आसपास अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ा और तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। शाम होते होते क्षेत्र का तापमान लुढ़ककर 32 डिग्री पर आ गया था।
इससे पूर्व मंगलवार को भी दिनभर चटख धूप खिलने के शाम को सात बजे के आसपास पहने तेज हवाएं चलने के बाद बारिश का सिलसिला भी शुरू हुआ हालांकि बारिश ज्यादा देर तो नहीं हुई लेकिन लोगों को तपती गर्मी से काफी हद तक निजात मिलने के साथ ही सूखती फसलों को जीवन दान भी मिल गया है।