भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र भंडारी के खिलाफ अब भाई बगावत नहीं करेगा ; मुख्यमंत्री धामी और महेन्द्र भट्ट ने सुल्टाया मामला
गोपेश्वर, 21 जून। बद्रीनाथ उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र भंडारी के लिए अच्छी खबर आयी है। भाजपा के पोखरी मण्डल के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र पाल भण्डारी अब पार्टी से बगावत कर निर्दली के रूप में चुनाव नहीं लड़ेंगे। वीरेंद्र भंडारी के बगावती सुर मुख्यमंत्री धामी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से मुलाक़ात के बाद ठंडे हो गये हैं । दोनों भंडारी पोखरी ब्लॉक के नेल गांव के निवासी हैं और आपस में भाई हैं ।
बद्रीनाथ उप चुनाव में कोंग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए राजेंद्र भंडारी को पार्टी प्रत्याशी बनाये जाने नाराज भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह भंडारी ने पूर्व घोषणा के अनुसार आज अंतिम दिन तक निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन दाखिल नही किया। वीरेंद्र पाल के बागी उम्मीदवार न बनने से भाजपा और खास कर भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र भंडारी ने राहत की सांस ली है। विपक्ष वीरेंद्र भंडारी की बगावत का मुद्दा खूब भुना रहा था। लेकिन अब भाजपा ने वीरेंद्र का वह वीडियो जारी कर दिया जिसमें वह एक निष्ठावान कार्यकर्ता की तरह भाजपा प्रत्याशी का प्रचार करने की बस्त कर रहे हैं
भाजपा मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान के अनुसार वीरेंद्र पाल भंडारी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से भेंट कर अपने कुछ विषयों को एवं नाराजगी को उनके समक्ष व्यक्त किया । मुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष से मिलने के पश्चात वीरेंद्र पाल भंडारी ने पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता का भाव व्यक्त करते हुए पार्टी प्रत्याशी को अपना पूर्ण समर्थन एवम सहयोग देने का वचन दिया।
बीजेपी अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा वीरेन्द्र पाल भण्डारी के सकारात्मक सुझावों पर अपनी सहमति देने पर उनके निर्णय की सराहना की।
गौरतलब है कि वीरेंद्र पाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट के करीबी माने जाते हैं और पोखरी की राजनीति में राजेंद्र भंडारी के खिलाफ उनके भाई वीरेंद्र पाल भंडारी का खूब इश्तेमाल किया जाता रहा है। लेकिन अब जबकि महेन्द्र भट्ट और राजेंद्र भंडारी ने एक हो कर आपस में हाथ मिला दिया तो वीरेंद्र पाल की स्थिति सोचनीय हो गयी है।