उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट, अगले तीन दिन भी मौसम रहेगा सख्त
देहरादून, 1 सितंबर : उत्तराखंड में मानसून का कहर जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र (IMD), देहरादून ने आज (1 सितंबर) से अगले तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। भूस्खलन, बाढ़ और सड़कों के अवरुद्ध होने की आशंका के बीच प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
मौसम की ताजा स्थिति
पिछले 24 घंटों में बागेश्वर, चमोली, देहरादून और रुद्रप्रयाग में भारी बारिश दर्ज की गई, जिसमें कुछ स्थानों पर 100-177 मिमी तक वर्षा हुई। हरिपुर (177 मिमी), कालसी (143.5 मिमी), और कपकोट (140 मिमी) सबसे अधिक प्रभावित रहे। नदियों का जलस्तर बढ़ने और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के पास झील बनने से कई घर जलमग्न हो गए।
आज का मौसम (1 सितंबर)
-
रेड अलर्ट: देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर में भारी से बहुत भारी बारिश (115.6-204.4 मिमी) की चेतावनी। आकाशीय बिजली और तूफान का खतरा।
-
ऑरेंज अलर्ट: उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल, और उधम सिंह नगर में भारी बारिश (64.5-115.5 मिमी) संभव।
-
येलो अलर्ट: अन्य जिलों में मध्यम बारिश और गरज-चमक की संभावना। तापमान 23-30°C और आर्द्रता 80-95% रहेगी।
अगले तीन दिन (2-4 सितंबर)
-
2 सितंबर: चमोली, बागेश्वर, देहरादून में ऑरेंज अलर्ट; भारी बारिश (50-100 मिमी) और आंधी-तूफान की आशंका। अन्य जिलों में येलो अलर्ट।
-
3-4 सितंबर: वर्षा की तीव्रता में कमी, लेकिन छिटपुट भारी बारिश संभव। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और मैदानी क्षेत्रों में जलभराव का खतरा बना रहेगा।
-
मौसम विभाग के निदेशक सीएस तोमर ने बताया कि मानसून ट्रफ और पश्चिमी विक्षोभ के संयोजन से बारिश का यह दौर और सख्त हो सकता है।
प्रभाव और प्रशासन की तैयारी
-
स्कूल बंद: चमोली, नैनीताल, बागेश्वर, देहरादून, और उत्तरकाशी में 1 सितंबर को कक्षा 1 से 12 और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।
-
चारधाम यात्रा प्रभावित: भारी बारिश के कारण यात्रा पर असर पड़ा है। प्रशासन ने उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ट्रैकिंग और हाइकिंग पर रोक लगाई है।
-
राहत कार्य: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने थराली का दौरा कर प्रभावितों से मुलाकात की। 42 लोगों को राहत शिविरों में ठहराया गया है, जिनमें 17 कुलसारी और 26 चेपड़ो में हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव विनोद कुमार सुमन ने सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने और राहत टीमें तैनात रखने के निर्देश दिए हैं।
-
नुकसान: भूस्खलन से कई सड़कें बंद, फसलें बर्बाद, और कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित। उत्तरकाशी में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है।
जनता के लिए सलाह
-
नदी-नालों और पहाड़ी रास्तों से दूर रहें।
-
यात्रा से पहले स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की वेबसाइट (mausam.imd.gov.in/dehradun) से अपडेट लें।
-
आपात स्थिति के लिए छाता, टॉर्च, और बरसाती तैयार रखें।
-
आपदा हेल्पलाइन: 1070 (राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र) पर संपर्क करें।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले तीन दिन मौसम राहत देने वाला नहीं है। सितंबर के पहले सप्ताह में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है, इसलिए सावधानी बरतें।
