नैनीताल जिले में 4 से 6 जुलाई तक बहुत भारी बारिस का रेड अलर्ट जारी; प्रशासन सतर्क
आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रूहेला ने नैनीताल पहुंच कर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ ही विभिन्न विभागों की आपदा की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार मे समीक्षा बैठक की।
नैनीताल 03 जुलाई। मौसम विभाग देहरादून के द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार 04 जुलाई से 06 जुलाई के मध्य जिला नैनीताल में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा (रेड एलर्ट) होने की सम्भावना व्यक्त की गई है।
रेड अलर्ट के साथ ही वर्तमान में जिले के समस्त पर्वतीय एवं मैदानी क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा होने व नदियों, नालों, गधेरों मेें तेज जलप्रवाह की सम्भावना को देखते हुये आपदा प्रबंधन एवं पुर्नवास उत्तराखण्ड शासन के आदेशों के क्रम मंे अपर जिला मजिस्टेªट/ आपदा प्रबंधन प्राधिकरण फिंचाराम चौहान ने सम्भावित आपदाओं के प्रबंधन एवं न्यूनीकरण के दृष्टिगत 04 जुलाई को जनपद के समस्त विद्यालयों, निजी एवं सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 12 तक के छात्र-छात्राओं एवं आंगनबाडी केेन्द्रों के लिए अवकाश घोषित किया है।
*उन्होंने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुये 04 जुलाई को जनपद के समस्त विद्यालयों, निजी एवं सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 12 तक के छात्र-छात्राओं एंव आंगनबाडी केेन्द्रों के लिए अवकाश घोषित किया है।*
दूसरी ओर आज ही यहाँ मानसून सीजन को लेकर उपाध्यक्ष राज्य सलाहकार समिति, आपदा प्रबंधन विभाग विनय रूहेला ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ ही विभिन्न विभागों की आपदा की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार मे समीक्षा बैठक की। उन्होंने मानसून सीजन के दौरान संभावित आपदाओं को लेकर तैयारियों को चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए।
बैठक मेें प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा वीडियो संदेश के जरिये आपदा के दौरान अधिकारियों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में युद्व स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें।
*उपाध्यक्ष श्री रूहेला ने कहा कि आपदा से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है, इसलिए अधिकारी निष्ठा के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि आपदा संबंधी अलर्ट और सूचनाओं का समय पर प्रचार-प्रसार जरूरी है, इसलिए सूचना प्रसारण तंत्र को सशक्त किया जाए। एलर्ट मिलते ही तुरंत वह लोगों तक पहुंचना चाहिए ताकि लोग सतर्क हो जाएं।*
उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम में सभी जरूरी विभागों के नोडल अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम में जेसीबी, एंबुलेंस के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण नंबर होने चाहिए। उन्होंने सड़क कनेक्टिविटी बाधित होने पर पैदल मार्गों का निरीक्षण कर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उपाध्यक्ष ने कहा कि मैदानी क्षेत्र हल्द्वानी एवं रामनगर में जलभराव की समस्या के समाधान को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा की व स्थायी समाधान तलाशने के निर्देश दिए। साथ ही आपदा प्रभावित पशुवंश को समय पर उचित उपचार मिले, इस दिशा में भी डाक्टरों तथा दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्हांेने कहा सेटेलाइट फोन की नियमित तौर पर टेस्टिंग की जाए, ताकि आपदा के समय कोई दिक्कत न आए साथ ही उन्होंने जिलों को डाक्टरों, दवाइयों, फार्मासिस्टों, एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी पीआर चौहान ने बताया कि आपदा से पूर्व पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों को अगस्त माह तक का राशन उपलब्ध करा दिया गया है तथा आपदा से निपटने हेतु क्षेत्र में सडकों पर जेसीबी की तैनाती कर दी गई है आपरेटर का मोबाइल नम्बर कन्टोल रूम में उपलब्ध करा दिया गया हैै। आपदा से पूर्व जनपद के शहरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के नालों, नहरों की साफ सफाई करा दी गई है कमेटी द्वारा इसका सत्यापन भी करा दिया गया है।
बैठक मेें नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 श्वेता भण्डारी उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, आरटीओ संदीप सैनी,लोनिवि, विद्युत,जलनिगम, जलसंस्थान के साथ ही उपाध्यक्ष दिनेश खुल्वे, मण्डल अध्यक्ष आनंद बिष्ट आदि उपस्थित थे।